इंदौर में ‘सिग्नेचर डिश’ से होगी प्रवासियों की मेहमान नवाजी
इंदौर । प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के लिए शहर के खानपान के प्रमुख स्थान सराफा बाजार और 56 दुकान को विशेष तौर पर सजाया-संवारा जा रहा है। यहां आने वाले मेहमानों को विजय चाट हाउस का पेटिस, मधुरम की शिकंजी, जानी हाटडाग का हाटडाग, यंग तरंग की पावभाजी सहित कई सिग्नेचर डिश निश्शुल्क खिलाई जाएंगी। 56 दुकान पर जहां प्रवासी भारतीयों को हरेक दुकान की ‘सिग्नेचर डिश’ मेहमानवाजी के तौर पर दुकानदार अपनी ओर से परोसेंगे, वहीं सराफा में प्रवासी भारतीयों और परिवार सहित आने वालों को ही प्रवेश दिया जाएगा। स्वाद, सुविधा, सुरक्षा और सुंदरता की बात को ध्यान में रखते हुए इन दोनों स्थानों को संवारा जा रहा है। 56 दुकान को रंगबिरंगी झंडियों से सजा दिया गया है और सराफा भी अब एक समान साइनबोर्ड से सजेगा। इसके अलावा इन दोनों ही बाजार में हेल्पडेस्क भी होगी जहां कई भाषाओं को जानने वाले मौजूद रहकर विदेशी मेहमानों की मदद करेंगे। इमामबाड़ा, पिपलीबाजार, सराफा बाजार (छोटा और बड़ा सराफा) और शकर बाजार में सामान्य दिनों में खानपान की 170 से अधिक दुकानें लगती हैं, लेकिन प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान यहां 105 दुकानें ही लगेंगी। रात्रिकालीन सराफा चाट चौपाटी एसोसिएशन से जुड़ी दुकानों के अलावा वे ही दुकानें यहां लगाने की अनुमति दी गई है जो स्वाद और स्वच्छता के मामले में बेहतर हैं। इन दुकानों के एक समान बोर्ड भी लगेंगे। इनमें दुकान क्रमांक के साथ सिग्नेचर डिश की तस्वीर अंकित होगी।
10 बजे तक मेहमान और परिवार को ही प्रवेश
एसोसिएशन के अध्यक्ष रामजी गुप्ता के अनुसार इन दुकानों पर व्यंजन बनाने वालों के लिए एप्रेन भी तैयार किए गए हैं। यहां रात 8 से 10 बजे तक केवल प्रवासी भारतीयों और परिवार सहित आने वालों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इस तरह भीड़ और असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर प्रतिबंध लग सकेगा। इसके लिए यहां पुलिस भी तैनात होगी। इसके अलावा हेल्प डेस्क बनाई जाएगी जहां कई भाषाओं को जानने वाले मौजूद रहेंगे।
खास होगी मेहमान नवाजी
56 दुकान एसोसिएशन के अध्यक्ष गुंजन शर्मा के अनुसार यहां सभी कर्मचारी गणवेश में होंगे। हर दुकान में उसकी सिग्नेचर डिश की तस्वीर होगी। खास बात तो यह है कि यहां आने वाले प्रवासी भारतीयों को दुकानदार अपनी सिग्नेचर डिश निश्शुल्क खिलाएंगे। उन्हें इन डिश के बारे में जानकारी भी दी जाएगी और हेल्प डेस्क बनाकर उनकी मदद भी होगी। जहां तक बात 56 दुकान को सजाने की है तो यहां रंग बिरंगी झंडी तो लगाई ही जा चुकी हैं। अभी लाइट लगाई जाएंगी व दोनों ओर स्वागत द्वार भी बनेंगे।