आरटीओ के कार्यों के लिए लगाने पड रहे चक्कर
भोपाल। बीते डेढ़ महीने से राजधानी में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में काम करवाने के लिए लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों को काम करवाने के लिए दो जगहों पर भटकना पड रहा है। मालूम हो कि परिवहन विभाग ने 25 दिसंबर को सात नंबर मानसरोवर काम्प्लेक्स के पीछे से आरटीओ की सिर्फ परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस शाखा को कोकता नए भवन में शिफ्ट किया। वाहनों की फिटनेस, पंजीयन शाखा, स्थानांतरण सहित अन्य शाखाओं को शिफ्ट नहीं किया गया। इसी वजह से लोगों को आरटीओ संबंधी कार्यों को लिए दो अलग-अलग कार्यालयों में आना-जाना करना पड़ रहा है। डेढ़ माह से लोग इस वजह से परेशान हो रहे हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई हल निकाला नहीं गया है। राजधानी के लोग आनलाइन परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का आवदेन करने के बाद सात नंबर पुराने आरटीओ से कोकता 14 किमी दूर जाते हैं। वहीं यदि किसी गाड़ी का फिटनेस कराना हो तो सात नंबर ही आना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि अब एक ही जगह आरटीओ संचालित होने लगे तो दो अलग-अलग कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगे। आरटीओ के पुराने भवन में 300 से 350 वाहनों के पंजीयन हो रहे हैं। इसके अलावा रोजाना 150 तक वाहनों के पंजीयन, 100 वाहनों के स्थानांतरण, 50 से अधिक आनलाइन वाहनों की एनओसी सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं। अभी पुराने आरटीओ भवन में अधिक काम हो रहे हैं। इससे पुराने आरटीओ में रोजाना एक हजार लोग पहुंच रहे हैं। सर्वर रूम एकदम से बंद किया जाएगा तो कई आनलाइन आवेदन नहीं होंगे, इसलिए समय लग रहा है। फिटनेस ट्रेक पर लगे सीसीटीवी कैमरे और कंप्यूटर रूम की व्यवस्था नए भवन में करने में समय लग रहा है।नए भवन का विधिवत रूप से लोकार्पण नहीं हुआ है, ऐसे में परिवहन अधिकारी पूरी तरह से शिफ्टिंग करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।नए भवन के बाहर 200 मीटर की दूरी पर एजेंट अपने बैठने की व्यवस्था बना रहे हैं! ऐसे में लोग कह रहे हैं कि एजेंटों के दबाव में कोकता में आरटीओ की शिफ्टिंग में देरी हो रही है। इस बारे में आरटीओ संजय तिवारी का कहना है कि इस महीने में आरटीओ की सभी शाखाओं को नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा। सर्वर सहित सभी व्यवस्थाओं को नए भवन में शिफ्ट करने में समय लग रहा है। एकदम से कर देंगे तो सर्वर बंद होने से आनलाइन कई कामकाज ठप हो जाएंगे। इससे लोगों की समस्या और बढ़ जाएगी।