संयुक्त राष्ट्र के दूत ने लीबिया के सैन्य नेताओं की बैठक का किया स्वागत
त्रिपोली | संयुक्त राष्ट्र की दूत स्टेफनी विलियम्स ने लीबिया की अंतरिम सरकार और पूर्वी स्थित सेना के सैन्य नेताओं के बीच एक बैठक का स्वागत किया, जिसमें देश के लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए विश्व निकाय के समर्थन के महत्तव को बताया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, लीबिया के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष सलाहकार ने यह टिप्पणी राष्ट्रीय एकता सरकार के कर्मचारियों के प्रमुख मुहम्मद अल-हद्दाद और पूर्वी स्थित लीबियाई राष्ट्रीय सेना के कार्यवाहक जनरल कमांडर अब्देल रजेक अल-नादोरी के शनिवार को मुलाकात के बाद की। दोनों पक्षों के कई वरिष्ठ सैन्य हस्तियों ने भी बैठक में भाग लिया, जो दोनों सैन्य नेताओं के बीच अपनी तरह की दूसरी बैठक है।
विलियम्स ने ट्विटर पर लिखा, "मैं सैन्य संस्थान को एकजुट करने के लिए कई स्तरों पर किए गए सभी प्रयासों के लिए संयुक्त राष्ट्र के समर्थन को दोहराता हूं।" मुअम्मर गद्दाफी की सरकार 2011 में गिर गई थी, तभी से तेल समृद्ध उत्तरी अफ्रीकी देश में अशांति का माहौल है। साल 2014 में कई राजनीतिक ताकतों के बीच बढ़ते तनाव के कारण दो अलग-अलग सरकारें बनीं, जिसमें संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त त्रिपोली-आधारित सरकार और खलीफा ह़फ्टर के नेतृत्व वाली लीबिया की राष्ट्रीय सेना के साथ संबद्ध प्रतिनिधि सभा शामिल हैं। साल 5 फरवरी, 2021 को, संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाले लीबिया के राजनीतिक संवाद मंच ने 24 दिसंबर को लीबिया को राष्ट्रीय चुनावों में ले जाने के लिए एक अस्थायी एकीकृत कार्यकारी प्राधिकरण का चयन किया। देश के उच्च राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने 22 दिसंबर को सुझाव दिया कि तकनीकी और कानूनी चिंताओं को लेकर चुनावों को एक महीने के लिए 24 जनवरी, 2022 तक स्थगित कर दिया जाए।