मप्र चुनाव से पहले सक्रिय हुईं उमा भारती!
भोपाल। जन्मदिन पर उमाश्री ने अपने शुभचिंतकों से कहा है कि आप सब मुझ पर आशीर्वाद दीजिए कि मेरा जीवन सार्थक हो। इसके साथ ही उन्होंने एक वादा भी किया। भारती ने कहा कि मैं आपको अपने किसी आचरण से कभी नीचा देखने का अवसर नहीं दूंगी। मेरा हर कदम, हर निर्णय आपको गौरव एवं संतुष्टि प्रदान करेगा। आपको बता दें कि उमा भारती मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। साल 2003 के विधानसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार को हराकर उमा ने इस पद को हासिल किया था। हालांकि वह लंबे समय तक सीएम की कुर्सी पर नहीं रह सकीं।
उमा भारती बीते लगभग डेढ़ साल से प्रदेश में शराबबंदी की मांग उठाती रही हैं। इसको लेकर उनकी कई बार प्रदेश सरकार से तकरार भी हुई। भोपाल के बरखेड़ा, अयोध्या बायपास की शराब दुकानों पर उन्होंने विरोध स्वरूप पत्थर भी फेंके। उमा की मांगों का नई शराब नीति में संशोधित रूप में शामिल किया गया। प्रदेश की नई शराब नीति के तहत एक अप्रैल 2023 से शराब पीने के लिए बनाए अहाते पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं। नई शराब नीति बनने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उमाश्री के घर पहुंचकर उनका अभिनंदन भी किया।
मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर उमा भारती ने लंबा अभियान चलाया है। शराब अहाते बंद कराने के बाद उमा भारती प्रदेश जन जागरूकता से लोगों को शराब छोडऩे के लिए अभियान चलाया है। वे शराब छोड़ो-गाय का दूध पीयो अभियान चला रही हैं। उन्होंने इस अभियान में डिंडोरी को आदर्श जिला बताते हुए अन्य जिलों में भी इसका अनुकरण करने की अपील की है।
उमा भारती सक्रिय राजनीति में नहीं होते हुए भी राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को उठाती रहती हैं। शराबबंदी के साथ ही अन्य विषयों पर भी उनकी पैनी नजर रहती है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या पर उमा भारती ने कहा था कि-यूपी एसटीएफ का अभिनंदन, पापियों का यही अंत होता है। मार्च में पांच राज्यों के परिणाम के बाद उन्होंने कहा था कि- त्रिपुरा और नागालैंड जहां की विधानसभा में हमें एक भी सीट नहीं मिलती थी, आज त्रिपुरा में दोबारा और नागालैंड में भारी बहुमत प्राप्त कर लेना मोदीजी की पूर्वोत्तर राज्यों की ओर ध्यान देना एवं विकास करने की नीति काम आई है।