नई दिल्ली  । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरूवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देंगे। वहीं संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आमने-सामने थे। राहुल ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा- आप पूरे देश में केरोसीन डाल रहे हैं। आपने पहले मणिपुर में केरोसीन डाला, हरियाणा में केरोसीन डाला और पूरे देश को आग लगा रहे हैं। इस पर केंद्रीय मंत्री समृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी की देशभक्ति आज बताती हूं। राहुल गांधी ने विदेश में जाकर कहा कि पूरे देश में केरोसीन फैला है। बस आग लगाने के लिए चिंगारी की जरूरत है। माचिस ढूंढते-ढूंढते राहुल गांधी कहां-कहां गए? अमेरिका गए। अमेरिका में तंजीम अंसारी के साथ अपने कार्यक्रम किए। हिंदुस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों के साथ मीटिंग की।
राहुल ने अपने 35 मिनट के भाषण में भारत जोड़ो यात्रा और मणिपुर पर बात की। राहुल ने कहा- हमारे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए। उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मैं रिलीफ कैंप गया। महिलाओं और बच्चों से बात की। प्रधानमंत्रीजी ने आज तक नहीं किया। सेना एक दिन में वहां शांति ला सकती है। आप ऐसा नहीं कर रहे हो, क्योंकि आप हिंदुस्तान में मणिपुर को मारना चाहते हो। आप भारत माता के रखवाले नहीं, आप भारत माता के हत्यारे हो। राहुल के भाषण के जवाब में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं- राहुल भारत माता की हत्या की बात करते हैं। कांग्रेस ताली बजाती है। ये इस बात का संकेत है कि मन में गद्दारी किसके है। राहुल गांधी को लेकर एक नया विवाद भी हो गया। स्मृति ने राहुल गांधी पर महिला सांसदों के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। भाजपा ने इसकी शिकायत स्पीकर से की है।
राहुल गांधी ने कहा- कुछ दिन पहले मैं मणिपुर गया। हमारे प्रधानमंत्री आज तक नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है। मैंने मणिपुर शब्द प्रयोग किया। आज की सच्चाई यह है कि मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने बांट दिया है, तोड़ दिया है। रिलीफ कैंप में गया, महिलाओं से बात की, बच्चों से बात की। प्रधानमंत्रीजी ने आज तक नहीं किया। इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। सिर्फ मणिपुर की नहीं की। इनकी राजनीति ने मणिपुर का नहीं, हिंदुस्तान का मर्डर किया। इस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू बोले- राहुलजी ने सदन में जो बातें कही हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि नॉर्थ-ईस्ट को इन्होंने खत्म किया है। आज की समस्या इनकी पैदा की हुई है।
स्मृति ईरानी ने कहा- आप इंडिया नहीं हैं। पहली बार राष्ट्र के इतिहास में भारत मां की हत्या की बात की। कांग्रेस पार्टी यहां तालियां बजाती रही। जो भारत की हत्या की बात पर तालियां पीटते हैं, इस बात का संकेत पूरे देश को दिया कि मन में गद्दारी किसके है। मैं आज हिंदुस्तानी होने के नाते कहती हूं, मणिपुर खंडित-विभाजित नहीं है, मेरे देश का अंग है। इन्हीं के अलायंस के सदस्य ने तमिलनाडु में कहा- भारत का मतलब मात्र उत्तर भारत नहीं है। राहुल के अंदर हिम्मत हो तो वो अपने साथी के बयान का खंडन करें। कांग्रेस के एक साथी ने कश्मीर में रेफरेंडम की बात की। आप में हिम्मत हो तो कश्मीर को देश से अलग करने की साजिश में उसका क्या रोल है, आप बताएं। आप भारत नहीं हैं।
स्मृति ने कहा- शायद अपने ही कोलाहल में सुन ना पाए हों, मणिपुर ना खंडित था, ना है और ना होगा। देश का अभिन्न अंग है। हमारे राष्ट्र के संसदीय इतिहास में आज तक भारत मां की हत्या की बात करने वाले कभी भी बैठकर मेज नहीं थपथपाते। कांग्रेसियों ने मां की हत्या के लिए आज बैठकर मेज थपथपाई है। ये इंसाफ की बात करते हैं, ये चेहरा धूमिल है। मैं बताऊं किसका चेहरा है? ये चेहरा है गिरिजा टिक्कू का। 90 के दशक में एक महिला यूनिवर्सिटी में अपना पे चेक लेने जाती है। बस से घर लौटने का प्रयास करती है। उसको 5 मर्द बस से खींच कर टैक्सी में ले जाते हैं, बलात्कर करते हैं और फिर आरी से उसका बदन काट देते हैं। जब उनके जीवन पर बनी फिल्म आई तो कांग्रेस के कुछ प्रवक्ताओं ने उसे प्रोपेगैंडा कहा। सरला भट्ट मेडिकल स्टाफ थी। 90 के दशक में उसको उसके इंस्टिट्यूट से अगवा कर गैंगरेप किया गया। आज मैं पूछना चाहती हूं कि इनकी अलायंस के लोग हिंदुस्तान को विभाजित करने की बात करते हैं, ये इंसाफ के पुजारी बताते हैं। गिरिजा टिक्कू और सरला भट्ट को इंसाफ कब मिलेगा। उस समय यह नारे गूंजते थे- रलियू, सलियू, गलियू, यानी या अपना धर्म बदलो या कश्मीर छोड़ या यहीं मरो।
उनकी आवाज को आपने कभी नहीं सुना, वो भारत की आवाज नहीं है? 84 के दौरान मुझ जैसे कुछ लोग राजधानी दिल्ली में थे। प्रणय गुप्ता ने कहा कि सिख बच्चों को नपुंसक बनाकर उनके अंग मांओं के मुंह में ठूंसे गए। त्रिलोक पुरी की 30 महिलाओं का गैंगरेप किया गया। मां के सामने बेटे को केरोसिन छिडक़ कर आग लगा दी।
राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान अपने जोड़ों के दर्द की चर्चा की। इस पर स्मृति ने कहा- राहुल कहते हैं कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक चले। जोड़ों के दर्दों पर भाषण नहीं दूंगी। जिन वादियों को खून से सना देखा, जहां हर दिन गोलियां गूंजती थीं, जब ये वहां गए तो अपने परिजन के साथ बर्फ के साथ खेल रहे थे। ये तब संभव हुआ, जब प्रधानमंत्री ने धारा 370 हटाई। ईरानी ने कहा- कश्मीर की बेटियों को दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाता था तो वहां की बेटियों के पास कानून का सहारा नहीं था, क्योंकि धारा 370 थी। प्रदेश के बाहर ब्याही गईं तो पैतृक सम्पत्ति से हक खत्म हो जाता था। नाबालिग का ब्याह होता था, तो 370 की वजह से कानून का सहारा नहीं मिल जाता था। जो देश से भाग गए हैं, उन्हें बता दूं कि रलियू, सलियू, गलियू कहने वाला बचेगा नहीं।