सिस्टम हुआ ठप, लोकसेवा केंद्र पर परेशान हो रहे लोग
भोपाल । यदि आप अपनी भूमि या भूखंड के नामांतरण, डायवर्सन, बंटान या सीमांकन का काम कराने के लिए लोकसेवा केंद्र पर जा रहे हैं तो गलती कर रहे हैं। यहां पर आपके जाने के बाद भी यह काम नहीं होगा आपको परेशानी ही हाथ लगेगी। दरअसल रेवेन्यू केस मैनेजमेंट सिस्टम (आरसीएमएस) पूरी तरह से ठप हो गया है। इस वजह से यह काम अभी नहीं हो पा रहे हैं। यह समस्या पांच जनवरी तक बनी रहेगी, इसके बाद ही उक्त काम शुरू होने की उम्मीद है। इधर लोकसेवा केंद्र, कलेक्ट्रेट के जिम्मेदार अधिकारियों ने ऐसी कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है इस वजह से केंद्र पर पहुंचने वाले लोग दिनभर लाइन में लगने के बाद भी परेशान हो रहे हैं। इधर लोकसेवा केंद्र के मैनेजर प्रसून सोनी ने बताया कि उक्त कार्य आरसीएमएस के जरिए होता है। इसमें सुधार के बाद ही भूमि संबंधी काम शुरू हो सकेंगे।
आरसीएमएस को किया जा रहा है अपडेट
लोकसेवा केंद्र पर शुक्रवार को भूमि संबंधी काम कराने बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के किसान, शहरी क्षेत्र के प्रापर्टी खरीदार पहुंचे थे। यहां उनको पता नहीं था कि आरसीएमएस बंद है, इस वजह से नामांतरण सहित अन्य काम नहीं हो सकेंगे। जिससे वह दिनभर लोकसेवा केंद्रों पर परेशान होते रहे। नामांतरण का काम कराने आए शुक्रवार को आए मनीष विश्वकर्मा ने बताया कि वह जब दाेपहर में लोकसेवा केंद पहुंचे तो लाइन में लग गए। इससे समय ज्यादा लगा तो उन्होंने लोकसेवा केंद्र कलेक्ट्रेट के मैनेजर मुकुल से पूछा ताे उन्होंने बताया कि आरसीएमएस को अपडेट किया जा रहा है। इस वजह से अभी नामांतरण नहीं हो सकेगा। यह काम पांच जनवरी तक चलेगा, इसके बाद ही नामांतरण का काम किया जा सकेगा।
एक दिन में पहुंचते है एक हजार से अधिक आवेदन
शहर में चार लाेकसेवा केंद्र स्थित हैं जहां पर आरसीएमएस के जरिए भूमि संबंधी काम किया जाता है। इन सभी केंद्रों पर एक हजार से अधिक आवेदन नामांतरण व अन्य भूमि संबंधी कार्य के लिए पहुंचते है। अब जब सिस्टम ठप हो गया है तो इनकी संख्या बढ़ जाएगी। पिछले तीन दिन से हालात बने होने की वजह से लगभग दो हजार से अधिक आवेदन पेंडिंग हैं।
पांच जनवरी तक ठप रहेंगी यह सुविधाएं
लोगों को कलेक्ट्रेट के चक्कर नहीं लगाना पड़े इसके लिए ही लोक सेवा केंद्र प्रकरण को आरसीएमएस में अपलोड किया गया है। आरसीएमएस ठप हो जाने से राजस्व सेवा जमीन के खसरा, बंटान, नक्शा, शपथपत्र अभिलेख में सुधार, रजिस्ट्री की कापी, चालान की कापी, सीमांकन आदि सुविधाएं पांच जनवरी तक नहीं मिल सकेंगी।