लखनऊ । यूपी विधानसभा मॉनसून सत्र का सबसे हंगामेदार दिन शुक्रवार का रहा। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश और सीएम योगी के भाषण पर पूरे प्रदेश की नजर थी। पहले अखिलेश यादव ने सीएम योगी के सामने सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। इसके बाद जब सीएम योगी ने बोलना शुरू किया तब बिंदुवार ढंग से एक-एक कर अखिलेश के सभी आरोपों का जवाब दिया। तभी सीएम योगी ने शिवपाल के बहाने तंज कसा तब पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। सीएम ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा का खाता भी नहीं खुलने वाला है। शिवपाल की ओर इशारा कर योगी ने कहा, चच्‍चू अभी से रास्‍ता तय कर लो अपना।
सीएम ने हाल में एनडीए में फिर शामिल हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्‍यक्ष ओमप्रकाश यादव का नाम लिए बगैर कहा कि अपने मित्र को ही देखिए। अखिलेश ने अपने भाषण में आवारा पशुओं और टमाटर की महंगाई के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरा था। सीएम योगी ने इसका जवाब देकर अखिलेश पर पलटवार किया। उन्‍होंने कहा कि मुझे नेता विरोधी दल के भाषण को सुनकर यहीं लगा कि 2014, 2017, 2019 और 2022 का जनादेश हमें यों ही नहीं मिला। 
उन्‍होंने कहा कि जिस सांड की आप बात कर रहे हैं न, वहां खेतीबाड़ी का पार्ट होता है। आपके जमाने में ये (सांड) बूचड़खाने के हवाले होते थे। हमारे समय में ऐसा नहीं है। सीएम ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग जन्म से चांदी के चम्मच में खाते हैं। वे गरीब और किसान की पीड़ा को क्या समझ सकते हैं। चार बार जनता ने जनादेश हम लोगों को ऐसा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश को जमीनी हकीकत की कोई जानकारी नहीं है। कुछ लोग अपने कालखंड को नहीं देखते हैं। सीएम योगी ने कहा कि सोना चांदी से प्यार करने वाले लोग अन्नादाता किसान की समस्या क्या समझ सकते हैं। परिवार में सत्ता का संघर्ष आगे जा रहा है। शिवपाल जी ने जितने पापड़ बेले हैं, उनके साथ अन्याय हुआ है। ये लोग शिवपाल जी की कीमत को नहीं समझते हैं।