रूस और चीन लोकतांत्रिक ताकतों के खिलाफ काम कर रहे
लंदन । ब्रिटेन सरकार ने रूस को आगाह किया कि यदि वह यूक्रेन से पीछे नहीं हटेगा है, तब रुस को गंभीर परिणाम'' भुगतान होगा। ब्रिटेन ने कहा कि वह लोकतंत्र के लिए बढ़ते खतरे से निपटने के लिए भारत जैसे सहयोगी देश के साथ मिलकर काम कर रहा है।ब्रिटेन की विदेश सचिव लिज ट्रस ने अपने संबोधन के द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील की कि यूक्रेन के साथ लगती सीमा से किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई से उन्हें बचाना चाहिए। सीमा के निकट रूसी सैनिक के जमावड़े से पिछले कुछ हफ्तों में तनाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि रूस और चीन लोकतांत्रिक ताकतों के खिलाफ काम कर रहे हैं। ऐसा शीत युद्ध के समय के बाद से कभी नहीं देखा गया।ट्रस ने कहा, रूस और चीन अधिक से अधिक एक साथ काम कर रहे हैं, क्योंकि वे ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस' जैसी प्रौद्योगिकियों में मानकों को स्थापित करने का प्रयास करते हैं, और संयुक्त सैन्य अभ्यासों तथा घनिष्ठ संबंधों के माध्यम से पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र पर और अंतरिक्ष में अपना प्रभुत्व जमाते हैं।उन्होंने कहा, क्रेमलिन ने इतिहास के सबक नहीं सीखे हैं। वे सोवियत संघ के पुनर्निर्माण या नस्ल और भाषा के आधार पर एक तरह के 'ग्रेटर रूस' के निर्माण का सपना देखते हैं। रूस ने यूक्रेन पर किसी भी प्रकार के हमले की योजना से इनकार किया है, लेकिन उसने पड़ोसी देश की सीमा के निकट एक लाख से अधिक सैनिक तैनात कर दिए हैं।