नई दिल्ली  । मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में पहले अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया। सरकार के खिलाफ इस अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में बोलना शुरू किया। उन्होंने कहा कि पिछली बार जब मैं बोला तो अदाणी जी पर फोकस किया तो आपके सीनियर नेता को थोड़ा कष्ट हुआ। मगर मैंने सिर्फ सच्चाई रखी थी। आज जो भाजपा के मित्र हैं उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।हालांकि, राहुल गांधी जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, भारत छोड़ो के नारे लगने लगे। राहुल ने कहा कि अध्यक्ष महोदय सबसे पहले मैं आपको मुझे लोकसभा के सांसद के रूप में बहाल करने के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं। जब मैंने पिछली बार बात की थी तो शायद मैंने आपको परेशानी दी थी क्योंकि मैंने अडानी पर ध्यान केंद्रित किया था, शायद आपके वरिष्ठ नेता को दुख हुआ... उस दर्द का असर आप पर भी हुआ होगा। इसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं लेकिन मैंने सच बोला। आज भाजपा के मेरे दोस्तों को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज मेरा भाषण अडानी पर केंद्रित नहीं है। इसके बाद हंगामा होने लगा तो कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि इन्हें अभी भी कष्ट हो रहा है।
राहुल ने भाषण जारी करते हुए कहा कि वो जो कष्ट हुआ, उसका असर आप पर हुआ होगा, इसके लिए माफी मांगता हूं, लेकिन मैंने सिर्फ सच्चाई सामने रखी थी। भाजपा के मित्रों को डरने की जरूरत नहीं है। आज का मेरा भाषण अदाणी जी पर नहीं है। आप रिलैक्स कर सकते हैं, शांत रह सकते हैं। आज मेरा भाषण दूसरी दिशा में जा रहा है। रूमी ने कहा था- जो शब्द दिल से आते हैं, वो शब्द दिल में जाते हैं। आज मैं दिमाग से नहीं बोलना चाह रहा, दिल से बोलना चाह रहा हूं। ...और मैं आज आप लोगों पर इतना आक्रमण नहीं करूंगा। मतलब एक-दो गोले जरूर मारूंगा, लेकिन इतना नहीं मारूंगा।