कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राहुल गांधी की लद्दाख यात्रा भारत जोड़ो यात्रा की अगली कड़ी है, क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश की उनकी यात्रा उनके क्रॉस-कंट्री मार्च के दौरान वहां के एक प्रतिनिधिमंडल से की गई प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए थी।राहुल गांधी ने कांग्रेस के कई लोगों के साथ पिछले साल सितंबर से जनवरी तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक लगभग 4,000 किलोमीटर की यात्रा की थी। इस साल की शुरुआत में 24 जनवरी को राहुल गांधी ने जम्मू के झज्जर कोटली में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लद्दाख के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी।

इस सप्ताह उनकी लद्दाख यात्रा उस प्रतिनिधिमंडल के प्रति की गई प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए है, जो चाहता था कि वह आएं और चीन के साथ सीमा चुनौतियों के बारे में लोगों की धारणाओं और स्थानीय निर्वाचित निकायों के सशक्तिकरण पर उनके विचारों को सुनें। कई मायनों में यह लद्दाख यात्रा भारत जोड़ो यात्रा की ही अगली कड़ी है।रविवार को केंद्र शासित प्रदेश में पत्रकारों से बात करते हुए राहुल ने कहा था कि वह अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लद्दाख जाने की योजना बना रहे थे, लेकिन कुछ 'तार्किक कारणों' के कारण उन्हें योजना छोड़नी पड़ी।इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में राहुल ने कहा कि 'भारत जोड़ो' हर भारतीय के दिल और दिमाग में गहराई से बसा हुआ है।