स्टार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं. वह शानदार फॉर्म में चल रहे हैं, लेकिन फिर भी सेलेक्टर्स उन्हें एक मौका देने के लिए राजी नहीं हो रहे हैं. लेकिन अब उन्होंने मुंबई की तरफ से खेलते हुए असम के खिलाफ तिहरा शतक जड़कर आलोचकों को करारा जवाब दिया है, लेकिन वह 400 रनों से चूक गए. 

पृथ्वी शॉ ने किया कमाल 

असम टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जो कि बिल्कुल गलत साबित हुआ. मुंबई की तरफ से पृथ्वी शॉ ने पहले दिन धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक लगाया. इसके बाद दूसरे दिन भी उन्होंने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी जारी रखी और तूफानी तिहरा शतक जड़ दिया. उन्होंने मैदान के हर तरफ स्ट्रोक लगाए. उनकी बैटिंग देखकर विरोधी गेंदबाजों ने दांतों तले अंगुलियां दबा लीं. उन्होंने 383 गेंदों पर 379 रन बनाए, जिसमें 49 चौके और 4 छक्के शामिल हैं. लेकिन वह 400 रन पूरा करने से चूक गए. 


इन दिग्गजों को छोड़ा पीछे 

पृथ्वी शॉ 379 रन बनाते ही रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने संजय मांजरेकर को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने 377 रन बनाए थे. रणजी ट्रॉफी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड बीबी निंबलकर के नाम दर्ज है. उन्होंने 1948 में काठियावाड़ के खिलाफ ये तूफानी पारी खेली थी. 23 साल के पृथ्वी शॉ ने सुनील गावस्कर और चेतेश्वर पुजारा को पीछे छोड़ दिया है. गावस्कर का रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक स्कोर 340 है. वहीं, पुजारा ने साल 2012 में कर्नाटक के खिलाफ 352 रन बनाए थे. 

ठोका टीम इंडिया में आने का दावा 

भारतीय टीम को फरवरी और मार्च में घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. पृथ्वी शॉ ने तिहरा शतक लगाकर सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में मौका मिल सकता है. उन्होंने टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक शामिल है.