नई दिल्ली ।  अक्टूबर आमतौर पर अमेरिकी और भारतीय दोनों बाजारों के लिए एक अनुकूल महीना है। ऐसे संकेत हैं कि यह ऐतिहासिक प्रवृत्ति इस अक्टूबर में भी जारी रह सकती है। बाजार ‎‎‎विशेषज्ञ ने कहा ‎कि डॉलर में बढ़ोतरी, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और ब्रेंट क्रूड की तिहरी मार के कम होने के हैं। यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है तो इससे बाजार में सुधार होगा। उन्होंने कहा‎ कि गुरुवार को अमेरिकी बाजार में स्थिरता भी एक सहायक कारक हो सकती है। एफआईआई की लगातार बिकवाली का बाजार पर असर जारी रह सकता है। इस महीने एफआईआई की 25,000 करोड़ रुपए की बिकवाली से बैंकिंग शेयरों में गिरावट आई है। बैंकिंग सेगमेंट के दूसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहेंगे और बाजार इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दे सकता है। बाजार ‎विशेषज्ञ का कहना है कि सुबह के सत्र में सकारात्मक नोट पर खुलने के बाद निफ्टी में भारी गिरावट आई। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा, निफ्ट 19,550 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे टूट गया। यदि सूचकांक आने वाले सत्र में 19,550 क्षेत्र से नीचे बना रहता है, तो इसका अगला प्रमुख समर्थन क्षेत्र 19,250 होगा। उन्होंने कहा ‎कि दिन के लिए समर्थन 19,400 के स्तर पर देखा गया है जबकि प्रतिरोध 19,700 के स्तर पर देखा गया है।