अब प्रदेश में गिरेगा मावठा बढ़ेगी ठंड
भोपाल । मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के करीब 10 जिलों में मावठा का पूर्वानुमान जताया है। अभी मध्यप्रदेश में दिन का पारा 25 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। अगले एक सप्ताह के दौरान रात का पारा तो ज्यादा नहीं गिरेगा लेकिन दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। बारिश होने से इंदौर को छोड़कर अधिकांश इलाकों में दिन का अधिकतम पारा 20 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो सकता है। इंदौर में यह 25 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।
मौसम वैज्ञानिक लगातार बादलों तापमान हवाओं और चक्रवात का आकलन कर हर दिन मौसम का पूर्वानुमान यानी फोरकास्ट करते हैं। कई बार यह पूर्वानुमान फेल भी हो जाते हैं। यह पूर्वानुमान एक कोड पर बनते हैं। कोड में दिन के मौसम की स्थिति का सटीक आकलन कर डाटा भरा जाता है। इसकी मदद से सुपर कम्प्यूटर मौसम का पूर्वानुमान लगाता है।
इस तरह लगाते हैं मौसम का अनुमान
मौसम वैज्ञानिक डॉ. गौरव तिवारी के मुताबिक अलग-अलग लेवल पर मौसम वैज्ञानिक लगातार मौसम विभाग के डाटा का आकलन करते रहते हैं। इसमें मुख्य रूप से अलग-अलग स्तर पर बादल तापमान बारिश हवाओं और चक्रवात पर नजर रखी जाती है। विभाग में मौजूद सुपर कम्प्यूटर में एक कोड होता है। इस कोड पर डाटा फीड किया जाता है। इसी के अनुसार मौसम का फोरकास्ट किया जाता है। पहले यह डे-टू-डे बनता था लेकिन अब 5 दिन का पूर्वानुमान इसी मानसून सीजन से शुरू हुआ है। इससे इलाकों में मौसम के प्रभाव को लेकर पहले से अलर्ट जारी किया जा सकता है। सभी विभागों को मौसम का अलर्ट भेजा जाता है जिससे जान-माल का नुकसान होने से बचाया जा सके।
कई बार इसलिए फेल होते हैं पूर्वानुमान
मौसम की गतिविधियों को देखते हुए पूर्वानुमान लगाया जाता है। कई बार अंतिम दिन मौसम बदल जाता है। ऐसे में पूर्वानुमान के अनुसार यह नहीं होता है। कई बार ऐसा होता है कि किसी क्षेत्र का केंद्र बताया गया उसका प्रभाव दूसरे क्षेत्र पर पड़े। ऐसे में उस दिन के अनुमान का कहीं न कहीं कोई पॉइंट छूट गया होता है। इससे सटीक जानकारी नहीं मिल पाती।
12 दिसंबर से घने बादल छाने लगेंगे
मध्यप्रदेश में अभी अधिकांश इलाकों में हल्के बादल हैं। इस कारण दिन में सूरज की तपिश कम है। बंगाल की खाड़ी में समुद्री चक्रवात मंदौस एक्टिव है। इससे प्रदेश के अधिकांश इलाकों में अगले एक सप्ताह तक बादल छाए रहेंगे। रविवार से मौसम में बदलाव नजर आने लगेगा। इस दौरान 12 दिसंबर से 16 दिसंबर तक प्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। चक्रवात मंदौस 10 की रात तक चेन्नई तक पहुंच जाएगा। अगले दो दिन में यह भारत से होते हुए अरब सागर में प्रवेश करेगा। 12 दिसंबर से इसका असर मध्यप्रदेश में दिखाई देने लगेगा। इससे बारिश की संभावना बढ़ जाएगी। 12 दिसंबर की रात से बड़वानी बैतूल इटारसी भोपाल इंदौर सागर रीवा छिंदवाड़ा और शहडोल में हल्के बादल रह सकते हैं। बूंदाबांदी के आसार भी हैं। 13 दिसंबर की रात रीवा सागर भोपाल बड़वानी छिंदवाड़ा इटारसी दमोह और उमरिया में हल्की बारिश हो सकती है। इसी दिन शाम तक बड़वानी इंदौर भोपाल सागर रीवा सिंगरौली बैतूल और खंडवा में बादल छाने से बूंदाबांदी होने की संभावना है। 14 दिसंबर को बादल छटने से तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। 15 दिसंबर तक मध्यप्रदेश में हल्के से मध्यम बादल छाए रह सकते हैं।