मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आरोप कि कांग्रेस के परिवारवाद के कारण राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को प्रधानमंत्री का पद नहीं मिला। यह आरोप बेहद बचकाना और हास्यास्पद है। कांग्रेस पार्टी में हमेशा से सभी को मौका दिया जाता है। शरद पवार को कांग्रेस ने विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता, रक्षा मंत्री, केंद्रीय कृषि मंत्री जैसे विभिन्न पदों की जिम्मेदारी दी थी। नरेंद्र मोदी ने पहले शरद पवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उन्हें बदनाम किया और बाद में उनकी पार्टी को तोड़ने का पाप  किया है। ऐसी कड़ी आलोचना महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा शरद पवार पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने का काम किया है। मोदी ने एनसीपी पार्टी को तोड़कर शरद पवार की राजनीति को खत्म करने की कोशिश की और आज वे घड़ियाली आंसू बहाकर यह दिखा रहे हैं कि उन्हें शरद पवार की काफी चिंता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा का एकमात्र काम नेहरू, गांधी परिवार पर भाई-भतीजावाद का झूठा आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करना है। प्रधानमंत्री इसी काम को आगे बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी में विभिन्न जातियों और धर्मों के लोगों को संगठन और सत्ता में महत्वपूर्ण पद दिए जाते हैं। देश की पहली महिला राष्ट्रपति के साथ-साथ पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष भी कांग्रेस पार्टी ने ही दी थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री बनने का मौका आने पर भी सर्वोच्च पद छोड़ दिया और मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी दी।  कांग्रेस ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री पद पर दलित, वंचित और मुस्लिम समुदाय के लोगों को मौका दिया है। इसके विपरीत संघ और बीजेपी में कुछ खास वर्ग के लोगों को पद दिए जाते हैं। कांग्रेस पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाने वाले नरेंद्र मोदी को बीजेपी में भाई-भतीजावाद का अध्ययन करना चाहिए और फिर बोलना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि शरद पवार उनके राजनीतिक गुरु हैं, वहीं दूसरी ओर वे पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रवादी भ्रष्ट पार्टी कहकर बदनाम करते हैं और 70 हजार करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं। पटोले ने कहा कि पहले मोदी शरद पवार की पार्टी को तोड़ते हैं और फिर दिखाने के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।इससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री के खाने और दिखाने के दांत कितने अलग-अलग हैं।