21 अगस्त 2023 सोमवार को नागपंचमी का पर्व मनाया जाएगा। उज्जैन में महाकाल ज्योतिर्लिंग में स्थित नागचन्‍द्रेश्‍वर मंदिर में दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से काफी संख्‍या में श्रद्धालु भगवान नागचन्‍द्रेश्‍वर के दर्शन के लिए आएंगे।
इसे देखते हुए प्रशासन ने व्‍यापक व्‍यवस्‍थाएं सुनिश्चित की हैं। उल्‍लेखनीय है कि श्री महाकालेश्‍वर मंदिर के द्वितीय तल पर श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर मंदिर के पट साल में एक बार 24 घंटे सिर्फ नागपंचमी के दिन खुलते हैं। लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए रात से ही लंबी कतार लगाते हैं।
नागचंद्रेश्वर मंदिर उज्जैन- Nagchandreshwar mandir Ujjain:-

नागचंद्रेश्वर का जो की उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर की तीसरी मंजिल पर स्थित है।
श्री महाकाल मंदिर के गर्भगृह के ऊपर ओंकरेश्‍वर मंदिर और उसके भी शीर्ष पर श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर का मंदिर प्रतिष्‍ठापित है।
इसकी खास बात यह है कि यह मंदिर साल में सिर्फ एक दिन नागपंचमी पर ही दर्शनों के लिए खोला जाता है।
ऐसी मान्यता है कि नागराज तक्षक स्वयं मंदिर में रहते हैं।
इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां पर शिवजी शिवजी, गणेशजी और मां पार्वती के साथ दशमुखी सर्प शय्या पर विराजित हैं।
शिवशंभु के गले और भुजाओं में भुजंग लिपटे हुए हैं। उज्जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है।
श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर मंदिर में 11वीं शताब्‍दी की एक अद्भुत प्रतिमा स्‍थापित है, प्रतिमा में श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर स्‍वयं अपने सात फनों से सुशोभित हो रहे हैं। साथ में शिव-पार्वती के दोनों वाहन नंदी एवं सिंह भी विराजित है।
मूर्ति में श्री गणेश की ललितासन मूर्ति, उमा के दांयी ओर कार्तिकेय की मूर्ति व उपर की ओर सूर्य-चन्‍द्रमां भी अंकित है।
इस प्रकार श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर की मूर्ति अपने आप में भव्‍य एवं कलात्‍मकता का उदहारण है। भगवान के गले और भुजाओं में भुजंग लिपटे हुए है।
इस प्रतिमा के दर्शन के उपरांत अंदर प्रवेश करने पर श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर की मुख्‍य प्रतिमा (शिवलिंग) के दर्शन होते हैं।
कहते हैं कि यह प्रतिमा नेपाल से यहां लाई गई थी।
 
प्रतिमा के दर्शन का समय:

20 अगस्‍त रविवार की रात्रि 12 बजे पट खुलेंगे।
पट खुलने के बाद रात्रि 12 बजे विशेष पूजा-अर्चना के साथ आम भक्‍तों के लिए मंदिर के खुल जाएंगे
नागचन्‍द्रेश्‍वर महादेव के लगातार 24 घंटे दर्शन होंगे।
मंदिर के पट सोमवार की रात्रि 12 बजे बंद होंगे।
श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर भगवान की होगी त्रिकाल पूजा:

नागपंचमी पर्व पर भगवान श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर की त्रिकाल पूजा होगी।
पहली पूजा जिसमें रविवार 20 अगस्‍त की मध्यरात्रि 12 बजे पट खुलने के पश्‍चात श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाडे के महंत श्री विनितगिरी जी महाराज एवं श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति कलेक्‍टर एवं अध्‍यक्ष श्री कुमार पुरुषोत्तम द्वारा प्रथम पूजन व अभिषेक किया जाएगा।
दूसरी पूजा सोमवार 21 अगस्‍त को अपरान्‍ह: 12 बजे अखाड़े द्वारा पूजन होगा।
तीसरी पूजा श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सोमवार 21 अगस्‍त को ही श्री महाकालेश्‍वर भगवान की सायं आरती के पश्‍चात श्री नागचन्‍द्रेश्‍वर जी की पूजन-आरती श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी एवं पुरोहितों द्वारा की जाएगी।