भोपाल ।  प्रदेश में मौसम के कई रंग दिखाई दे रहे हैं। कई जिलों से मानसून वापसी की घोषणा हो चुकी है। कुछ जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी है। वहीं प्रदेश में रात का सबसे कम 13.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रायसेन में दर्ज किया गया, जो देश के मैदानी क्षेत्र के शहरों में सबसे कम रहा। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 15 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

ज्यादातर संभाग से मानसून वापसी

बुधवार को भी रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। इस बीच, मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून भिंड, ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, शाजापुर, आगर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, धार, झाबुआ तथा इंदौर जिले से वापस जा चुका है। दो-तीन दिन में इंदौर, भोपाल, नर्मदापुरम और सागर संभाग के अन्य जिलों से भी मानसून वापसी का पूर्वानुमान है।

मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीडी धावले ने बताया कि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण झारखंड और उसके आसपास बना हुआ है। इस मौसम प्रणाली से लेकर तेलंगाना तक एक द्रोणिका बनी हुई है। जो ओडिशा और छत्तीसगढ़ से होकर जा रही है।

रीवा संभाग में वर्षा होने की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि कम दबाव के क्षेत्र एवं द्रोणिका के असर से नमी आने के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। इस वजह से बुधवार को भी रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। अब आसमान साफ होने के साथ ही हवाओं का रुख भी बदलने के कारण रात के तापमान में गिरावट भी दर्ज होने लगी है।

मैदानी क्षेत्र के पांच सबसे ठंडे शहरों का न्यूनतम तापमान

रायसेन 13.4

हिसार16.2

सुंदरनगर 16.6

नजीबाबाद 17.0

मंडी 17.4

नोट:- तापमान डिग्री सेल्सियस में