प्रदेश में अब मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले चार दिनों तक मानसून सक्रिय बना रहेगा। इसके प्रभाव से अधिकतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बुधवार को बिजली गिरने के साथ ही भारी वर्षा भी हो सकती है। वर्षा का क्षेत्र मुख्य रूप से दक्षिण छत्तीसगढ़ में ही रहने की संभावना है।

मानसून की सक्रियता के चलते बीते कुछ दिनों से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बादल छाने के साथ ही अधिकतम तापमान में भी गिरावट आई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मौसम का मिजाज अभी ऐसा ही बना रहेगा। इस वर्ष अगस्त माह में बीते 41 वर्षों में सबसे कम वर्षा हुई है। अभी तक प्रदेश में बारिश की स्थिति पिछड़ी हुई है। सात सितंबर तक की स्थिति में प्रदेश में 810 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है, जो सामान्य से 19 प्रतिशत कम है।

मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि मानसूनी तंत्र के साथ ही एक द्रोणिका मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर बंगाल की खाड़ी से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तक 4.5 किमी से 7.6 किमी ऊंचाई तक है। इसके प्रभाव से बुधवार 13 सितंबर को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी। साथ ही कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा के साथ बिजली भी गिर सकती है। अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी।