कर्नाटक: उडुपी कॉलेज के टॉयलट में लड़कियों की वीडियो रिकॉर्डिंग के मामले में कर्नाटक की उडुपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो मामले दर्ज किए हैं। पुलिस के मुताबिक, एक मामला शौचालय में फिल्माए गए एक छात्रा के वीडियो को हटाने से संबंधित तीन छात्राओं और कॉलेज प्रशासन से जुड़ा है। दूसरा यूट्यूब चैनलों पर हिडन कैमरे का वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है। अभी मामले की जांच की जा रही है।

 इस मामले को लेकर कर्नाटक के पूर्व सीएम और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। वे दोषियों के बजाय लड़कियों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहते थे। हंगामे के बाद, उन्होंने एफआईआर दर्ज की है। 

आगे बसवराज बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार कह रही है कि यह फर्जी खबर है। अगर ऐसा है, तो तीन लड़कियों को निलंबित क्यों किया गया और उनसे माफी पत्र क्यों लिखवाया या? पुलिस विफल रही है। वे जबरदस्त राजनीतिक दबाव में हैं। मैं उनसे बिना किसी राजनीतिक दबाव के काम करने का आग्रह करता हूं।

तीन लड़कियों ने ही बनाए थे वीडियो
पुलिस के मुताबिक तीन लड़कियों ने बाथरूम में मोबाइल कैमरा फिट किया था, और दूसरी एक लड़की का वीडियो बना लिया था। मामला सामने आने के बाद तीन छात्राओं के खिलाफ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। एफआईआर उडुपी के मालपे पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। एफआईआर में तीन छात्राओं शबनाज, अल्फिया और अलीमा का नाम शामिल है। 

साथ ही कर्नाटक के एक मेडिकल कॉलेज ने तीन लड़कियों को एक दूसरी लड़की का प्राइवेट वीडियो बनाने के आरोप में सस्पेंड कर दिया। घटना बुधवार 19 जुलाई को उडुपी के अंबलपाडी में बने नेत्र ज्योति कॉलेज में हुई। मामला जब खुला जब वीडियो वाट्सअप के माध्यम से एक यूट्यूब चैनल पर प्रसारित हुआ।