भोपाल । राजधानी सहित प्रदेशभर में कड़ाके की सर्दी से थोड़ी राहत मिली है। हवा का रुख दक्षिण-पश्चिमी होने से न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि अभी भी कई स्थानों पर 10 डिग्री से नीचे ही है। 15 जनवरी से हवा का रुख उत्तरी होते ही फिर कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो सकता है। गुरुवार को सबसे कम तापमान उमरिया में दर्ज किया गया। वहीं पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी और कोहरे का प्रकोप कुछ कम हुआ लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अभी उत्तर भारत को सर्दी के पीक से गुजरना बाकी है। एक मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक 14 जनवरी के बाद उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान -4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। लाइव वेदर ऑफ इंडिया के संस्थापक ने बताया कि उत्तर भारत में 14 से 19 जनवरी के बीच कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक 23 साल में तीसरी सबसे ज्यादा सर्दी महसूस की जा रही है।
नर्मदापुरम मालवा-निमाड़ में रात का पारा 9 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। ग्वालियर-चंबल बुंदेलखंड़ बघेलखंड और महाकौशल के अधिकांश इलाकों में तापमान 8-9 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। अधिकांश इलाकों में दिन का पारा सामान्य से 5 डिग्री तक ज्यादा चढ़कर 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। गुरुवार को ग्वालियर में दिन का तापमान करीब 5 डिग्री लुढ़कर 21 डिग्री सेल्सियस आ गया। प्रदेश भर में यह सबसे ठंडा रहा। अगले 48 घंटों के बाद प्रदेश में ठंड का दूसरा दौर शुरू होगा। कई इलाकों में रात का पारा 4 डिग्री या इससे नीचे आ सकता है। इंदौर की रातें पहली बार भोपाल से भी सर्द हो सकती हैं। यहां रात का पारा 8 डिग्री के नीचे जा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को इंदौर भोपाल में कहीं-कहीं बादल भी छा सकते हैं।
संक्राति से बढ़ेगी ठंड
बारिश की संभावना तो नहीं है लेकिन संक्राति पर अच्छी ठंड शुरू हो सकती है। प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्के से मध्यम बादल रह सकते हैं। इस बार संक्राति दो दिन यानी 14 और 15 को है। ठंड के तेवर भी 14 और 15 जनवरी से सख्त हो सकते हैं।