मिसाइलों के खिलाफ लेजर आधारित प्रणाली बनाएगी इजरायली सेना
यरुशलम | इजरायल एक साल के अंदर मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने के लिए लेजर आधारित प्रणाली का इस्तेमाल शुरू करेगा। ये जानकारी इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने मंगलवार को दी। बेनेट ने राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन संस्थान, एक इजरायली सुरक्षा थिंक टैंक के वार्षिक सम्मेलन में बताया, "लगभग एक साल के अंदर, आईडीएफ (इजरायल रक्षा बल) एक लेजर-आधारित अवरोधन प्रणाली को क्रियान्वित करेगा और इसे पहले प्रयोगात्मक रूप से और बाद में परिचालन रूप से शुरू किया जाएगा।"
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सिस्टम को सबसे पहले दक्षिणी इजरायल में तैनात किया जाएगा, जहां समुदायों पर गाजा पट्टी के शासक हमास और अन्य गाजा स्थित आतंकवादी समूहों द्वारा बार-बार रॉकेट दागे जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सिस्टम बाद में देश के अन्य हिस्सों में स्थापित किया जाएगा।
बेनेट ने कहा, "यह हमें मध्यम से लंबी अवधि में, मिसाइलों, रॉकेटों, ड्रोनों और अन्य खतरों से रक्षा करने वाले लेजरों की दीवार में इजरायल को कवर करने की अनुमति देगा।"
उन्होंने कहा, "यह हमारे खिलाफ दुश्मन के सबसे मजबूत कार्ड को प्रभावी ढंग से छीन लेगा।"
लेजर प्रणाली इजरायल के बहुस्तरीय रक्षा सिद्धांत के अतिरिक्त होगी, जो चार परिचालन परतों छोटी से मध्यम दूरी की एंटी-रॉकेट आयरन डोम प्रणाली, मध्यम से लंबी दूरी की डेविड की स्लिंग हवाई रक्षा प्रणाली और लंबी दूरी की मिसाइल रोधी तीर प्रणाली से बना है।