इजरायल ने एरो-3 एंटी बलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया
यरुशलम। ईरान से बढ़ते मिसाइल खतरे के बीच इजरायल ने अपने एरो-3 एंटी बलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इजरायल ने धरती के वायुमंडल के बाहर ही दुश्मन मिसाइल को तबाह कर दिया। इस दौरान इजरायल ने कई क्षमताओं का परीक्षण किया जिसे तुरंत इजरायली वायुसेना इस्तेमाल कर सकती है। इससे पहले गत दिसंबर महीने में ईरान ने एक साथ 16 मिसाइलें दागकर इजरायल को बड़ी चेतावनी दी थी।
कहा गया है कि इजरायल का एरो वेपन सिस्टम मिसाइल प्रतिरक्षा श्रृंखला का हिस्सा है जिसे उसने हाल के वर्षों में ईरान, लेबनान के हिजबुल्लाह या गाजा पट्टी में फलस्तीनी समूह हमास के साथ भविष्य के किसी भी टकराव में खुद को बचाने के लिए विकसित किया है। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने मिशन को सफल बताते हुए कहा कि एयर डिफेंस सिस्टम ने लक्ष्य का पता लगा लिया और उस पर 2 एरो-3 इंटरसेप्टर मिसाइलें दागीं। इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गेंट्ज ने एक बयान में कहा, प्रणाली को उन्नत बनाने के साथ, हम इजराइल को उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे से खुद की रक्षा करने की क्षमताओं से लैस करते हैं। इस प्रणाली को अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी (एमडीए) के सहयोग से रक्षा क्षेत्र के सरकारी उपक्रम इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने विकसित किया है। एमडीए के निदेशक वाइस एडमिरल जॉन हिल ने कहा, इस परीक्षण को एरो वेपन सिस्टम के हर तत्व को चुनौती देने के लिए डिजाइन किया गया था और इसने बखूबी इसका प्रदर्शन किया। पिछले साल 11 दिनों तक गाजा युद्ध के दौरान इजरायल की कम दूरी की मिसाइल प्रतिरक्षा स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हुई थी, जब फलस्तीनी समूह हमास ने इजराइल पर 4,000 से अधिक रॉकेट दागे थे। इजराइल की सेना ने कहा था कि उसने लक्षित रॉकेटों में से लगभग 90 प्रतिशत को रोक दिया, जबकि अन्य ज्यादातर खुले क्षेत्रों में गिरे। इससे पहले ईरान ने एक साथ 16 मिसाइलें दागकर इजरायल को सीधी चेतावनी दी थी। ईरानी सेना के जनरलों ने कहा है कि मिसाइलों की यह बारिश इजरायल के लिए खुली चेतावनी है। ईरान ने जिन मिसाइलों का परीक्षण किया था, वे 350 किमी से लेकर 2000 किमी तक मार करने में सक्षम हैं। ईरान की सरकारी संवाद एजेंसी इरना के मुताबिक जिन मिसाइलों का परीक्षण किया गया है, उनमें इमाद, गदर, सेजिल, जलजल, देजफुल और जोल्फाघर आदि शामिल हैं। इरना ने बताया कि इन मिसाइलों ने एक लक्ष्य को निशाना बनाया। ठीक उसी समय 10 ड्रोन विमानों ने भी अपने लक्ष्यों को निशाना बनाया।
पवन सोनी/ईएमएस 19 जनवरी 2022