पूरे प्रदेश के युवा पहुंचेगे... पटवारी भर्ती परीक्षा की सीबीआई जांच कराने की मांग


भोपाल। मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती को लेकर उठा मुद्दा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बीती 13 जुलाई को प्रदर्शन के बाद अब मुख्यमंत्री निवास को घेरने की तैयारी में युवा जुट गए हैं। उनकी मांग है कि इसकी निष्पक्ष जांच सीबीआई के माध्यम से करवाई जाए। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (एनईवाययू) ने प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन के दूसरे चरण की तैयारी शुरू कर दी है। 25 जुलाई को प्रदेश के सभी जिलों से हजारों की संख्या में युवाओं के भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री आवास को घेरने की तैयारी में है। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मांग की जाएगी कि पेपर लीक और भर्ती से संबंधित कानून बनाए जाएं, साथ ही हाल ही में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर जो भी सवाल उठ रहे हैं, उसकी सीबीआई जांच कराई जाए। नोर्मलाइजेशन पर भी रोक लगाने की मांग मजबूती के साथ रखी जाएगी।
एनईवाययू के राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य राधे जाट ने बताया कि पटवारी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद सीबीआई जांच को लेकर एक सप्ताह का समय युवाओं ने दिया था, लेकिन सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है, इसलिए अब आंदोलन के दूसरे चरण की पूरी तैयारी युवाओं ने कर ली है। प्रदेश के सभी जिलों से युवा आंदोलन के दूसरे चरण के लिए भोपाल पहुंचेंगे।
उधर, सोमवार को भोपाल में प्रदेशभर से चयनित पटवारी पहुंचे और एक बैठक की। बैठक में किसी प्रकार की कोई नारेबाजी नहीं की गई। केवल पटवारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाए गए। यह तय किया गया कि फिलहाल चयन किए गए पटवारियों का आंदोलन बिना किसी राजनीतिक दल के लड़ा जाएगा। साढ़े आठ हजार पटवारियों का चयन होने के बावजूद भिंड में हुए पटवारी भर्ती घोटाले के आरोपों के बाद पूरे प्रदेश के पटवारियों का भविष्य अधर में लटक गया है। पटवारियों के दो गुट बन गए हैं। एक तो वे चयनित हो चुके हैं और दूसरे वे जिन्होंने परीक्षा दी है। दोनों ही अपने-अपने स्तर पर आंदोलन कर रहे हैं। कल चयनित पटवारी भोपाल पहुंचे और नीलम पार्क में एक बैठक की। इंदौर से पटवारी चयन परीक्षा में चुने गए छात्रों ने बताया कि मेहनत से परीक्षा देने वाले छात्र अटक गए हैं। अगर ऐसा है तो विवादास्पद कॉलेज के रिजल्ट पर रोक लगाना थी, लेकिन सभी रिजल्ट रोक दिए गए। अब दूसरी मीटिंग में अपने हक की लड़ाई लडऩे की योजना बनाई जाएगी।