छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में संचालित होने वाले एकलव्य स्कूल में स्टाफ नर्स ने गुरुवार की शाम को अपने प्रिंसिपल की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या करने की कोशिश की, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मामले की जानकारी देते हुए सहायक आयुक्त जी आर सोरी ने बताया कि सुकमा में संचालित होने वाले एकलव्य स्कूल में छठी से 9वीं तक करीब 240 बच्चे अध्यनरत हैं, वहीं इस स्कूल में तीन स्टाफ नर्स भी पदस्थ हैं, इसके अलावा स्कूल की प्रिंसिपल एली अम्मा है। बताया जा रहा है कि इन स्टाफ नर्स की भर्ती साल भर के लिए की जाती है, जहां साल भर बाद दोबारा रिनिवल किया जाता है, आत्महत्या का प्रयास करने वाली स्टाफ नर्स और प्रिंसिपल के बीच विगत वर्ष भी किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था, जिसकी जानकारी लगने के बाद दोनों को बुलाकर वहां समझा दिया गया था। जुलाई में स्टाफ नर्स का दोबारा पदस्थापना किया गया, बीते कुछ दिनों से इन दोनों के बीच फिर से विवाद चल रहा था। इसी वजह से गुरुवार को उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। 
 
सहपाठियों को मैसेज कर आत्महत्या की कोशिश

बताया जा रहा है कि स्टाफ नर्स सुबह स्कूल जाने के बाद वापस रूम पर आई, जहां अपने सहपाठियों को मैसेज किया कि वह आत्महत्या कर रही है, मैसेज के मिलते ही स्टाफ रूम में पहुंचा, जहां दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया, यहां नर्स बेहोशी की हालत में मिली। आनन फानन उसे उपचार के लिए ले जाया गया।

लंबे समय से चल रहा है विवाद 

बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल और स्टाफ नर्स के बीच विगत वर्ष से विवाद चल रहा था। आरोप है कि मामले को लेकर कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला, जिसके चलते प्रिसिपल का हौसला बढ़ने और विवाद के चलते नर्स को आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

बेहोश है नर्स

घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची, पीड़ित स्टाफ नर्स बेहोश होने की कारण उसका बयान दर्ज नहीं किया जा सका है, नर्स के होश आने के बाद ही कुछ बताया जाएगा, फिलहाल मामले की जांच के लिए अधिकारियों से चर्चा की जा रही है