कांकेर में पारिवारिक विवाद में पति ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि महिला अपने मायके में रह रही थी। जहां से पति माफी मांगकर पत्नी को अपने साथ ले गया और जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को दफना दिया। मृतका सुनीता के परिजनों ने जब पुलिस मे इसकी शिकायत की तो आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। जानकारी के मुताबिक, दुधावा चौकी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सरोना निवासी सुनीता नेताम की शादी जामगांव निवासी मनरखन नेताम से हुई थी। पारिवारिक कलह के चलते सुनीता करीब एक साल से अपने मायके रह रही थी। 30 जुलाई को मनरखन सरोना पहुंचा और अपने ससुराल और पत्नी से मांफी मांगी और पत्नी को अपने साथ चलने के लिए कहा। सुनीता के परिजनों ने उसे मनरखन के साथ भेज दिया। 31 जुलाई को दोनों जामगांव के लिए रवाना हुए थे। लेकिन रास्ते में मनरखन ने सुनीता की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को जंगल में दफना दिया। जब सुनीता जामगांव नहीं पहुंची तो उसके परिजनों ने उसकी तलाश की। काफी ढूंढ़ने के बाद भी जब सुनीता के बारे में कोई जानकारी नहीं हुई, जिसके बाद 10 अगस्त को उन्होंने मनरखन के खिलाफ दुधावा चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मनरखन से सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में उसने बताया कि सुनीता की हत्या कर शव को जंगल में छुपा दिया था। जिसके बाद पुलिस ने जंगल पंहुचकर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में थाना प्रभारी नरहरपुर प्रशांत मिश्रा ने बताया कि पारिवारिक विवाद के चलते हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है।