पटना । चाय पीने, प्रेस कांफ्रेंस करने से अगर विपक्ष मजबूत हो जाता तो 20 साल पहले ही विपक्ष मजबूत हो गया होता। चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने विपक्षी एकता को लेकर किए जा रहे प्रयास पर शनिवार को जोरदार निशाना साधते हुए यह बात कही। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने विपक्षी एकता पर सियासी हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज राजद के जीरो एमपी हैं और वे देश का प्रधानमंत्री तय कर रहे हैं। जिस पार्टी का अपना ठिकाना नहीं है वो पूरे देश की अलग-अलग पार्टियों को एकत्रित करने में लगा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पिछले दिनों ममता बनर्जी से मिले। उन्होंने सवाल किया कि क्या ममता बनर्जी लालू और नीतीश कुमार को पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने के लिए सीट देने को तैयार हो गई हैं? क्या लालू और नीतीश बिहार में टीएमसी को एक भी सीट देने के लिए तैयार हो गए हैं?
किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को कौन पूछता है। वह हाल ही में उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव से मिलने गए। अखिलेश की समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव 2014 में 5 सीटें और 2019 में भी 5 सीटें मिलीं। हालांकि, वे बात ऐसे कर रहे हैं जैसे पांच सौ एमपी इन्हीं के पास हैं। उन्होंने कहा कि आज ये भाजपा की बी टीम हैं, क्योंकि ये अपनी दुकान चला रहे हैं। ये सिर्फ अपनी-अपनी डफली बजाने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग घर से निकलकर 5 किलोमीटर चल नहीं सकते, कोई दौरा नहीं कर सकते, कोई काम नहीं कर सकते, ये राजनीति क्या करेंगे।