बीमा राशि का लालच, बेटे ने ही की पिता की हत्या
बड़वानी । पुलिस ने माइक्रोस्कोपिक तरीके से एक मामले की विवेचना कर हत्या के मामले का राजफाश किया है। दरअसल बीमा राशि की लालच में बेटे ने ही अपने पिता की हत्या कराई थी। आरोपितों को सेंधवा शहर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सेंधवा में मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि चार आरोपितों को जेल भेजा गया है। इसमें अनिल पंवार निवासी अंबेडकर कालोनी सेंधवा, बिट्टु उर्फ देवेन्द्र रूपेश सक्सेना निवासी देवझिरी रोड सेंधवा, गोलू देवानन्द शिंदे निवासी चौधरी एक्वा वाली गली देवझिरी कालोनी सेंधवा और करण मंशाराम शिंदे निवासी सुदामा कालोनी सेंधवा शामिल है। आरोपितों से पिकअप वाहन, मोबाइल, स्कूटी भी जब्त की गई है।
ऐसे दिया हत्या की वारदात को अंजाम
थाना प्रभारी राजेश यादव के अनुसार 10 नवंबर को फरियादी अनिल छगन पंवार निवासी आंबेडकर कालोनी सेंधवा ने थाने में शिकायत की कि उसके पिता छगन पंवार को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी थी, जिससे छगन पंवार की मृत्यु हो गई थी। इस पर थाना सेंधवा शहर पर मर्ग कायम कर जांच पर से थाना सेंधवा शहर पर अज्ञात वाहन के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। जांच में मृतक छगन पंवार का 10 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा होना पाया गया। मुखबिर की सूचना के अनुसार संदेही करण शिंदे, गोलू बाबर, बिट्टु उर्फ देवेन्द्र सक्सेना, अनिल पंवार द्वारा उक्त घटना को अंजाम देना बताने पर घटनास्थल पर मिले साक्ष्य एवं टीम द्वारा संदेहियों के विरुद्ध तकनीकि साक्ष्य एकत्रित किए गए। वाहन दुर्घटना हत्या प्रतीत होने से साक्ष्यों के आधाऱ पर संदेही करण शिंदे को शिरुर पूना, गोलू बाबर को मालेगांव तथा बिट्टू उर्फ देवेन्द्र व अनिल पंवार को सेंधवा से पकड़कर पूछताछ की गई। चारों संदेहियों द्वारा घटना को छिपाने के लिए प्रयास किए, लेकिन एकत्रित साक्ष्य के आधार पर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर संदेहियों ने बताया कि अनिल पंवार ने अपने पिता छगन पंवार की दुर्घटना से हत्या करने पर 2.50 लाख रुपये देना बताया था। संदेही अनिल ने बताया कि 10 लाख रुपये की बीमा राशि की लालच में आकर पिता छगन पंवार की हत्या करवाना एवं हत्या को अंजाम देना कुबूल किया। चारों आरोपितों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से छगन पंवार की हत्या करने पर आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
टीम में ये रहे शामिल
टीम में उपनिरीक्षक रोहित पाटीदार, सतीश डावर, संजय पाटीदार, निरज डागरे, श्यामगुण, लालसिंह, रविंद्र, साइबर सेल बड़वानी से रितेश खत्री, योगेश पाटील, आर अरुण मुजाल्दा, विशाल दसौंधी, वीआर मड़िया डावर, अर्जुन नरगावे की भूमिका रही।