इंदौर के 'नाइट कल्चर' में बिगड़ते माहौल से सरकार चिंतित
इंदौर । सबसे स्वच्छ शहर के रूप में दुनिया में प्रसिद्ध हो चुके इंदौर में अब 'नाइट कल्चर' दाग के रूप में सामने आ रहा है। शहर में जहां वर्षों सराफा की चौपाटी इंदौर की रात को सुहाना बना रही है, वहीं बीआरटीएस केआसपास हो रहीं नशे और युवाओं के बीच मारपीट की घटनाएं सवाल खड़े कर रही हैं। प्रदेश की आर्थिक राजधानी में बिगड़ते माहौल को लेकर सरकार चिंचित हो गई है। गृह व जिले के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इंदौर में नाइट कल्चर के दौरान हो रहीं घटनाएं विचारणीय हैं, मैं इस पर अधिकारियों के साथ चर्चा करूंगा और कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा। ऐसे में संभावना है कि नियम और सख्त किए जा सकते हैं। बुधवार को इंदौर के पंचम की फैल में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत हितग्राहियों के लाभ वितरण कार्यक्रम के बाद चर्चा करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि इंदौर के ला कालेज में हुआ मामला भी संज्ञान में है। शिकायतों की जांच जारी है। दोषियों पर कार्रवाई भी होगी।
हाल ही में सामने आए मामले
तारीख : 4 नवंबर 2022
समय : रात 1 बजे
- एलआइजी चौराहा पर आरोपित युवती मेघा मालवीय, टीना सोनी, पूनम ने प्रिया वर्मा पर जानलेवा हमला किया।
तारीख : 12 दिसंबर 2022
समय : रात 2 बजे
-एलआइजी चौराहा पर चाय कुप्पा शाप पर कार चालकों ने रजत नामक युवक की खूब पिटाई कर दी। इस दौरान एक युवती बेहोश भी हो गई। बताया गया कि इनमें कुछ लोग नशे में थे।
अन्य मामले
- विजय नगर क्षेत्र में दो युवतियां शराब के नशे में उत्पात मचाते हुए मिली। एडीसीपी राजेश व्यास को असहज होकर जाना पड़ा।
-पलासिया चौराहा एक युवती शराब के नशे में पुलिसवालों से हुज्जत करते मिली।
ये हैं नाइट कल्चर को लेकर नियम
- संचालकों को अपने प्रतिष्ठान और संस्थान के सामने रोड को कवर करते हुए रिकार्डिंग के लिए कैमरे की व्यवस्था करना होगा। इन कैमरों की रिकार्डिंग को 30 दिन तक सुरक्षित रखना भी होगा।
- प्रत्येक प्रतिष्ठान को रात्रिकालीन समय में कार्य करने वाली महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के दृष्टिगत समूचित व्यवस्था करना होगी। इसके साथ ही उन्हें कार्यस्थल से लाने ले जाना भी होगा।
- जो संस्थान और प्रतिष्ठान रात्रि में खुले रखे जाएंगे उन्हें नगर निगम के एप पोर्टल 311 पर पंजीयन कराना अनिवार्य है। इसके साथ ही सुलभ दृष्टिगोचर होने वाले लोगों भी लगाए जाए।
- निगम स्तर पर बीआरटीएस क्षेत्र पर रात्रिकालीन अवधि के लिए हेल्प डेस्क हो। हेल्प डेस्क पर नियंत्रण के लिए संबंधित विभागों का समन्वय हो।
- देवास नाका से राजीवा गांधी चौराहा तक के बीआरटीएस कारिडोर पर के 100 मीटर का क्षेत्र रात 12 बजे पश्चात 'नो हार्न' जोन रहे। प्रत्येक 30 मिनट की अवधि में लोकपरिवहन सेवा उपलब्ध हो।
महिला जनप्रतिनिधियों ने भी जताई थी चिंता
रात में इंदौर की सड़कों पर बढ़ती उद्दंडता पर महिला जनप्रतिनिधियों ने चिंता जताई थी। पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन के नेतृत्व में महिला जनप्रतिनिधि पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र से मिली थीं। उनसे कहा था कि इंदौर में खुलेआम बिक रही ड्रग्स और शराबखोरी पर लगाम कसें। रात में खुले प्रतिष्ठानों पर लड़के-लड़कियां आवारागर्दी करते नजर आते हैं। दूसरी तरफ रात्रिकालीन सुविधा और सुरक्षा की व्यवस्था में पुलिस और प्रशासन नाकाम साबित हो रही है।