गुना में कॉलेज की जमीन से बेदखल किया तो 5 महिलाओं ने खाया जहरीला पदार्थ
गुना । जिले के बमोरी थानाक्षेत्र में कालेज के लिए आवंटित जमीन से शेष अतिक्रमण हटाकर पोल गाढ़ने के दौरान पांच महिलाओं ने कथित जहरीला पदार्थ पी लिया। इससे उनकी तबियत बिगड़ने लगी, तो 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। हालांकि, उपचार के बाद महिलाओं की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है। लेकिन महिलाओं और उनके परिजनों की मांग है कि उन्हें बेदखल न किया जाए। लेकिन प्रशासन का कहना है कि अवैध कब्जे नींव और दीवारों तक आ रहे हैं इसलिए उन्हें दूसरी जगह विस्थापित करने की कार्रवाई जारी है। जानकारी के अनुसार शनिवार को सरकारी महाविद्यालय को आवंटित जमीन पर पिछले दिनों अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद शनिवार दोपहर पीडब्ल्यूडी का अमला पोल गाढ़ने गया था। लेकिन इस दौरान ग्राम बमोरी की पांच महिलाओं गीताबाई पत्नी मूलचंद्र वाल्मीक, राजू पत्नी गणेशराम वाल्मीक, धापोबाई पत्नी रामचरण सेहरिया, रचना पुत्री छुट्टी, गुरदी पत्नी बृजमोहन निवासी बमोरी ने जहरीला पदार्थ खा लिया। यह देखते ही अमला भाग खड़ा हुआ, तो महिलाओं की तबियत बिगड़ने लगी। इसकी सूचना 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। यहां उपचार के बाद महिलाओं की स्थिति फिलहाल ठीक बताई गई है। इधर, तहसीलदार जीएस बैरवा ने बताया कि बमोरी मेडिकल आफिसर ने बताया कि महिलाओं ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद बताया कि पांच नवंबर को अजय पुत्र हरिचरण चौकसे, भैयालाल पुत्र हरिचरण चौकसे, लितरु पुत्र पृथ्वीलाल अहिरवार, गीताबाई पत्नी मूलचंद्र वाल्मीक का अतिक्रमण शासकीय महाविद्यालय बमोरी के लिए आवंटित भूमि से पूर्व में हमारे कब्जे हटाए थे। उक्त भूमि पर हमारे मकान व झोपडियां बनी हुई हैं। हमारी मांग है कि कालेज इस भूमि पर नहीं बनकर अन्य भूमि पर बनना चाहिए, जिसका विरोध अतिक्रमण हटाते समय भी किया था। तहसीलदार ने बताया कि उक्त संबंध में जानकारी लेने पर पाया कि शनिवार की दोपहर 12 बजे कालेज को आवंटित भूमि पर पीडब्ल्यूडी व ग्राम पंचायत के मजदूर सीमेंट के खंभे गाढ़ने गए थे। इसी दौरान पांचों अतिक्रमणकर्ताओं की पत्नी व परिजनों द्वारा जहरीला पदार्थ खाने की धमकी देते हुए जहरीला पदार्थ कपड़ों पर डाल लिया, जिसकी दुर्गंध कपड़ों व शरीर में आ रही थी। जहीराला पदार्थ खाने की पुष्टि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान नहीं हुई। पांचों महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से डिस्चार्ज किया गया।
राजस्व विभाग की कार्रवाई
- ग्राम बागेरी में प्रस्तावित महाविद्यालय की भूमि से विस्थापित परिवारों को पुनः स्थापित करने एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को आवास निर्माण के लिए वर्तमान आबादी में भूमि उपलब्ध नहीं होने से नवीन आबादी क्षेत्र घोषित किए जाने ग्राम बमोरीखास स्थित भूमि नवीन आबादी के लिए उपयुक्त होने से 16 नवंबर को प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है।
- ग्राम पंचायत से दो अक्टूबर को ठहराव प्रस्ताव लिया गया, जिसमें बमोरी स्थित भूमि में से एक हेक्टेयर भूमि परिवर्तित कर आबादी किए जाने में कोई आपत्ति नहीं होना स्वीकार अनापत्ति प्रस्तुत की गई।
- कॉलेज को आवंटित भूमि से पांच नवंबर को राजस्व, पुलिस व पंचायत द्वारा संयुक्त रूप से अतिक्रमण हटाया गया था। उक्त अवैध कब्जा गैर रिहायशी भवन होकर नींव व दीवार स्तर तक बने थे। शनिवार को राजस्व अमले द्वारा अतिक्रमण हटाने की कोई कार्रवाई नहीं की गई। जहां तक अवैध कब्जे हटाने का सवाल है, तो उन्हें अन्यत्र विस्थापित करने की प्रक्रिया जारी है।
- गौरीशंकर बैरवा, तहसीलदार बमोरी
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती महिलाओं की स्थिति में सुधार होने पर उनके बयान दर्ज किए गए हैं। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है
- विनय शर्मा, थाना प्रभारी बमोरी