कांग्रेस ने 16 नेताओं को सौंपी 52 जिलों की जिम्मेदारी
भोपाल । मप्र में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अलग-अलग नेताओं को तीन-तीन जिलों की जिम्मेदारी दी है। ये सभी नेता अपने क्षेत्र में अभी से चुनावी रणनीति बनाने का काम करेंगे। कांग्रेस की इस लिस्ट में नेताओं को क्षेत्रवार और जातीय समीकरणों के आधार पर प्रभार दिया गया है। नेताओं के जिलों के प्रभार की लिस्ट फाइनल हो चुकी है। एक दो दिन में इसका औपचारिक ऐलान हो जाएगा।
फूलसिंह बरैया को श्योपुर,मुरैना,भिंड की जिम्मेदारी दी गई है। अजय सिंह राहुल को ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी की जिम्मेदारी दी गई है। अरुण यादव को निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर की जिम्मेदारी दी गई है। इस क्षेत्र में यादव वर्ग के वोटर्स निर्णायक हैं। जीतू पटवारी को सतना, पन्ना, दमोह, रायसेन की कमान दी गई है। सुरैश पचौरी को सिंगरौली, सीधी, रीवा, कटनी- पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी विंध्य में ब्राह्मण वर्ग को साधने के लिए काम करेंगे। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, जबलपुर का प्रभार दिया गया है। तरुण भनोट डिंडौरी, बालाघाट, सिवनी,मंडला, नरसिंहपुर जिले का प्रभारी बनाया गया है। सज्जन सिंह वर्मा छिंदवाड़ा, बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम की कमान दी गई है। बाला बच्चन बुरहानपुर, खंडवा, धार की जिम्मेदारी दी गई है।
भूरिया ट्राइबल बेल्ट में इंचार्ज
आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया को ट्राइबल बेल्ट बड़वानी, खरगौन की जिम्मेदारी दी गई है। मीनाक्षी नटराजन को अलीराजपुर, झाबुआ, आगर की जिम्मेदारी दी गई है। कमलेश्वर पटेल नीमच, मंदसौर, रतलाम की जिम्मेदारी दी गई है। जयवर्धन सिंह को मिली इंदौर और उज्जैन की जिम्मेदारी दी गई है। रामनिवास रावत को मिली राजगढ़ और शाजापुर की कमान सौपी गई है। केपी सिंह गुना, अशोकनगर, विदिशा की जिम्मेदारी दी गई है। लाखन सिंह यादव को मिली सीहोर और देवास की जिम्मेदारी दी गई है।
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में हुआ था फैसला
दो दिन पहले पीसीसी चीफ कमलनाथ के बंगले पर ये तय हुआ था कि अलग-अलग नेताओं को तीन-चार जिलों का प्रभार दिया जाए। इस बैठक के बाद ही नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। इन नेताओं को एक हफ्ते में इन जिलों में अपने दौरे के कार्यक्रम बनाने होंगे। सूत्र बताते हैं कि नेताओं को जिन जिलों का प्रभार दिया गया है उनमें से कई नेता अपने प्रभार से खुश नहीं हैं। नेताओं ने अपने गृहक्षेत्रों से लगे जिलों और प्रभाव वाले जिलों का प्रभार देने की मांग की है।