रूस-यूक्रेन जंग में अप्रैल 2025 के महीने में कुर्स्क जीतने के बाद व्लादिमीर पुतिन की नजर पूरे यूक्रेन पर थी. पुतिन के करीबी दिमित्री मेदवेदेव ने इसका खुला ऐलान भी किया, लेकिन जून 2025 में जंग का पासा पलट गया. एक तरफ जहां यूक्रेन ने एक साथ सबसे बड़े ड्रोन स्ट्राइक के जरिए पुतिन के 40 विमान मार गिराए. वहीं अब खबर है कि यूक्रेनी हमले में रूस का सबसे खतरनाक जासूसी विमान ए-50 भी तबाह हो गया है. न्यूजवीक ने सैटेलाइट इमेज के जरिए बताया है कि रूस ए-50 विमान मॉस्को के पास ढेर हो गया है. पत्रिका ने इसके जले हुए मलबे की तस्वीर शेयर की है. इस तस्वीर के आने के बाद कहा जा रहा है कि जंग में पुतिन का वक्त ही खराब चल रहा है.

ए-50 विमान के ढेर होने के मायने
रणनीतिक दृष्टिकोण से इस जासूसी विमान को काफी अहम माना जाता है. यह विमान छोटी और ऊंची मिसाइल हमले के बारे में जानकारी जुटाता है और कमांड को बताता है. रूस की सेना में इसकी संख्या बहुत ही कम है, जिसके कारण इसे एक बड़ा झटका माना जा रहा है.

एक रिपोर्ट  के मुताबिक यह बहुत ही हल्का विमान है और हवा में उड़ान भरने में माहिर है. ए-50 विमान 400 मील की दूरी के साथ 150 से अधिक लक्ष्य को ट्रैक करने में सक्षम है. 1978 में रूस ने इस विमान को बनाना शुरू किया था. पहली बार 1985 में इसे बेड़े में शामिल किया गया.

यूक्रेन के स्ट्राइक से रूस बेदम
यूक्रेन ने जहां रूस के 40 विमान को मार गिराने का वादा किया है. वहीं क्रीमिया ब्रिज को भी विस्फोट के जरिए उड़ा दिया है. कहा जा रहा हैा कि यूक्रेन के इस अटैक से रूस का करीब 59 अरब रुपए का नुकसान हुआ है. पहली बार जंग में यूक्रेन ने रूस का इतना बड़ा नुकसान एक साथ पहुंचाया है. रूस ने अब तक यूक्रेन पर पलटवार नहीं किया है. कहा जा रहा है कि अब रूसी पलटवार अगर होता है तो यह बड़े जंग में तब्दील हो सकता है. यूक्रेन के साथ-साथ ब्रिटेन, जर्मनी जैसे यूरोपीय देशों ने भी जंग को लेकर अपनी तैयारियां दुरुस्त कर ली है.