'गरीब हाउसिंग बोर्ड का बाबू निकला करोड़पति
भोपाल । मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड हमेशा से आर्थिक बदहाली का रोना रोता रहता है, लेकिन इसमें कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों की आय दिन दुनी और रात चौगुनी बढ़ती जा रही है। इस पर बोर्ड के क्लर्क प्रहलाद श्रीवास्तव ने मुहर लगा दी है। श्रीवास्तव ने रिश्वत के पैसों से करोड़ो की संपत्ति बनाई है। हाउसिंग बोर्ड में कई अधिकारियों-कर्मचारियों ने आय से अधिक संपत्ति बनाई है। गौरतलब है कि लोकायुक्त पुलिस के दस्ते ने हाउसिग बोर्ड के क्लर्क को अस्थाई शेड के स्थान पर पक्के मकान के निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए क4हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। उसके बाद लोकायुक्त संगठन पुलिस की भोपाल इकाई द्वारा प्रहलाद के ठिकाने पर मारे छापे गए। जिसमें प्रहलाद श्रीवास्तव और पत्नी डा. ज्योति ठाकुर की वैध आय लगभग डेढ़ करोड़ रुपए है और वे जिस चार मंजिला आलीशान कोठी में रह रहे हैं, उसकी कीमत भी तकरीबन इतनी ही है। अब तक का पारिवारिक खर्च, बच्चों की पढ़ाई और अन्य संपत्तियां अलग हैं। प्रहलाद की कुल संपत्ति तीन करोड़ रुपए से ज्यादा की आंकी गई है, जो उनकी वैध आय से तकरीबन दोगुनी है। अफसरों की माने तो यह संपत्ति शुरुआती जांच में सामने आई है। जांच में यह आंकड़ा बढ़ सकता है।
आरक्षक पर किया था चाकू से हमला
गौरतलब है कि लोकायुक्त संगठन पुलिस ने जब प्रहलाद को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था तो गिरफ्तारी के बाद प्रहलाद ने लोकायुक्त पुलिस के आरक्षक विनोद मालवीय पर चाकू से हमला कर दिया था। रिश्वत में लिए गए नोट का कलर पानी में नहीं आए, इसलिए प्रहलाद ने अपने हाथ की उंगली काट ली थी। रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद 20 जनवरी की रात दस बजे जांच एजेंसी ने प्रहलाद के घर पर छापा मारा था। यह कार्रवाई 21 जनवरी को सुबह तक चली है। जांच एजेंसी ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। प्रहलाद 167 छत्रपति नगर अयोध्या बायपास रोड भोपाल में रहते हैं। वे पेशे से हाउसिंग बोर्ड में क्लर्क हैं और उनकी उम्र 57 साल है। उनकी पत्नी डा. ज्योति ठाकुर शिक्षक हैं। वर्तमान में आनंद नगर भोपाल के सरकारी स्कूल में पदस्थ हैं। दोनों की शादी 1995 में हुई थी।
चल-अचल संपत्ति के रिकॉर्ड मिले
पति-पत्नी की अब तक की वैध आय तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए आंकी गई है। सरकारी कर्मचारियों के लिए लागू नियम के अनुसार मिलने वाले वेतन के 40 फीसदी हिस्से को नियमित खर्च में जोड़ा जाता है और 60 फीसदी संचित आय में माना जाता है। उस हिसाब से उनकी आय का आंकड़ा और कम हो जाएगा। प्रहलाद जिस घर में रहते हैं, वह चार मंजिला बना है। अकेले उस घर की कीमत डेढ़ करोड़ रुपए आंकी गई है। यह घर उन्होंने 2016 में खरीदा था। उसके बाद ठीक बाजू का मकान भी खरीद लिया है। दोनों मकान प्रहलाद की पत्नी ज्योति के नाम पर हैं। एक और मकान है, जो उनके माता-पिता के नाम पर है। उसके अलावा भवानीधाम मार्केट में दो दुकानें हैं। एक मकान और बताया जा रहा है, जिसका सत्यापन होना है। प्रहलाद के पास रायसेन जिले के गैरतगंज और विदिशा जिले के ग्राम बरोदा में कृषि भूमि है। प्रहलाद के घर पर उपलब्ध वस्तुओं और मूल्यवान आभूषण की कीमत लगभग 40 लाख रुपए आंकी गई है। प्रहलाद और उनके परिवार के पास लग्जरी गाडिय़ां (एक एसयूवी-500 गाड़ी, एक स्विफ्ट डिजायर कार, एक टबेरा गाड़ी, एक बुलेट मोटर साइकिल) मिली हैं।
बैंक लॉकर खोलेगा कई और राज
प्रहलाद और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा में बैंक खाते संचालित हो रहे हैं। उनके खाते सीज करा दिए गए हैं। जांच से जुड़े अफसरों की माने तो उनके बैंक लाकर की जानकारी भी मिली है। लाकर भी सीज करा दिया गया है। एक-दो दिन में लाकर खोला जाएगा। अफसरों की माने तो जिस हिसाब से घर में रसीदें मिली है, लाकर में सामान निकल सकता है। प्रहलाद के घर से सामान के बहुत सारे बिल और रसीदें मिली हैं। उन दस्तावेजों की छंटनी की जा रही है। अफसरों का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि बहुत सारी रसीदें ऐसी हैं, जो मिली तो प्रहलाद के घर से हैं, लेकिन सामान उनके घर से नहीं मिला है। उनका कहना है कि घर में मिले सामान की सूची तैयार की गई है। उससे रसीदों का मिलान किया जाएगा। उसके बाद उनसे पूछताछ होगी।