नेपानगर थाने पर हमला करके ग्रामीण छुड़ा ले गए तीन साथी
बुरहानपुर । नेपानगर क्षेत्र के जंगलों की अवैध कटाई कर वन भूमि पर कब्जा करने वाले ग्रामीणों के हौसले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। गुरुवार रात करीब 3:00 बजे पानखेड़ा के 60 से ज्यादा आदिवासियों ने नेपानगर थाने में हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को मारपीट कर वे पकड़े गए अपने तीन साथियों को छुड़ा ले गए। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उन्हें शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद सुबह करीब 6:00 बजे एसपी राहुल लोढा, कलेक्टर भव्या मित्तल और नेपा एसडीएम हेमलता सोलंकी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी नेपानगर थाने पहुंच गए थे। कुछ देर में इंदौर संभाग आयुक्त डॉ पवन शर्मा और डीआईजी तिलक सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। ज्ञात हो कि गुरुवार को पुलिस ने वन चौकी बाकड़ी से बंदूकें लूटने के मामले में फरार चल रहे पानखेड़ा के हेमा को गिरफ्तार किया था।
हेमा अतिक्रमणकारियों का लीडर बताया जाता है। उसके साथ ही दो अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। हेमा की गिरफ्तारी से नाराज ग्रामीणों ने योजनाबद्ध तरीके से थाने पर हमला बोल दिया। उल्लेखनीय है कि इससे पहले ठाठर बाल्डी के ग्रामीण वन विभाग के रेणुका डिपो से हमला कर अपने चार साथियों को थोड़ा ले गए थे। नेपानगर क्षेत्र में चल रही जंगल की अवैध कटाई और अतिक्रमण कारी पुलिस और जिला प्रशासन के लिए गले की फांस बन गए हैं।