भारत जोड़ो यात्रा का जवाब जनजाति गौरव यात्रा से
भोपाल । मप्र में ठीक एक साल बाद विधानसभा चुनाव है, इस बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के जवाब में भाजपा ने रविवार से जनजाति गौरव यात्रा शुरू कर दी है। भारत जोड़ो यात्रा के असर को न्यूट्रलाइज करने के लिए तो भाजपा ने ये पैंतरा चला ही है। इसके साथ ही डर ये भी है कि आदिवासी वोटर्स को रिझाने के लिए जो रणनीति तैयार की गई। जबरदस्त मंथन हुए और जोरशोर से घोषणाएं की गईं। वो कहीं खाली न चली जाएं। क्योंकि सीएम ने घोषणा तो भव्य कार्यक्रम से की है। लेकिन उसका कोई असर, खुशी या हल्ला अभी जमीनी स्तर पर नजर नहीं आया है। डर इस बात का है कि जिन आदिवासियों के लिए घोषणा की गई है, ऐसा न हो कि वही उससे अंजान रह जाएं।
रही बात मध्यप्रदेश में प्रवेश के बाद टंट्या भील जन्मस्थली पर राहुल गांधी की जनसभा है। ऐसे में आदिवासी वोटर्स कहीं कांग्रेस के लिए फायदेमंद न हो जाए इसलिए शिवराज सरकार ने जनजाति गौरव यात्रा को हरी झंडी दे दी है। टंट्या भील जन्मस्थली पर राहुल की जनसभा के ठीक एक दिन पहले शिवराज की जनजाति गौरव यात्रा वहां से निकलेगी। बता दें कि, 2021 में गौरव यात्रा 27 नवंबर को निकली थी, दूसरे साल यह 10 दिन पूर्व निकली रही है। राजनीतिक जानकार इस गौरव यात्रा को भारत जोड़ो यात्रा की काट बता रहे है। जो आदिवासी सियासत पर टिकी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जवाब भाजपा टंट्या मामा पर आधारित जनजातीय गौरव यात्रा निकालकर देगी। दोनों दलों को अब टंट्या मामा से आस है। टंट्या मामा की जन्मस्थली बड़ौदा अहीर में राहुल गांधी की यात्रा आने के एक दिन पहले भाजपा यहीं से जनजातीय गौरव यात्रा की शुरूआत करेगी। टंट्या मामा की जन्मस्थली बड़ौदा अहीर से जनजातीय गौरव यात्रा 23 नंवबर को शुरू होगी। जबकि इसी दिन बुरहानपुर जिले से राहुल गांधी प्रदेश में प्रवेश करेंगे। गांधी की यात्रा 23 से 27 नवंबर तक निमाड़ के बुरहानपुर, खंडवा और खरगोन तथा 28 से 5 दिसंबर तक मालवा इंदौर-उज्जैन में रहकर राजस्थान में प्रवेश करेगी।
मुख्यमंत्री ने की गौरव यात्रा की शुरुआत
भाजपा की जनजातीय गौरव यात्रा का शुभारंभ रविवार को कुक्षी के डही में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किया। यह यात्रा मालवा-निमाड़ के साथ ही प्रदेश में आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित लोकसभा क्षेत्रों की विधानसभाओं सहित उन क्षेत्रों से भी निकलेगी। जिनमें आदिवासी समाज के लिए विधानसभा की सीटें आरक्षित हैं या चुनाव में आदिवासी वोटर्स निर्णायक की भूमिका में रहता है। यात्रा का समापन 3 दिसंबर को टंट्या मामा की कर्मस्थली पातालपानी में होगा। वहीं 4 दिसंबर को इंदौर के भंवरकुआं चौराहा पर टंट्या मामा की प्रतिमा का मुख्यमंत्री चौहान अनावरण करेंगे। मुख्य का कार्यक्रम में इंदौर के नेहरू स्टेडियम में होगा।
मिशन 2023 के मद्देनजर भाजपा की युवकों पर पूरा फोकस है। प्रदेश स्तरीय बैठक में नए युवाओं को जोडऩे की रणनीति बनेगी। प्रदेश की 23,000 पंचायतों व नगरीय निकायों में वार्ड समितियां बनायी जा रही है। समिति के माध्यम से अब तक 2 लाख से भी ज़्यादा युवाओं को जोड़ा गया है। प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा बैठक में शामिल होंगे। मंडल स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने में भाजयुमो जुटी है। सरकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुचाने की जिम्मेदारी भी युवाओं को दी गई है। सामाजिक सम्मेलनों में युवाओं की सक्रियता बढ़ेगी। इंटरनेट के जरिये ज़्यादा से ज़्यादा युवाओं को जोडऩे की कोशिश रहेगी।
मप्र में भारत जोड़ो यात्रा 10 दिन
भारत जोड़ो यात्रा एमपी में सिर्फ 10 दिन चलेगी। सारे कार्यक्रम एक-एक दिन पीछे हुए है। राहुल गांधी अब 30 नवंबर को बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। यात्रा के शेड्यूल में फिर संशोधन हुआ है। संविधान दिवस को देखते हुए यात्रा में फिर संशोधन किया गया है। यात्रा 26 नवम्बर को डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जन्मभूमि महू पहुंचेगी। 27 नवंबर को इंदौर में रहकर 28 को यात्रा का विश्राम रहेगा। 29 नवंबर को बड़ा गणपति से फिर यात्रा होगी। नवम्बर को उज्जैन में महाकाल दर्शन के बाद जनसभा होगी। दो और तीन दिसंबर को यात्रा आगरा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से गुजरेगी। चार दिसंबर को यात्रा राजस्थान की सीमा में प्रवेश करेगी।