भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने सोमवार को कहा कि अमेरिका सरकार भारत की प्राचीन और ऐतिहासिक मूर्तियों और कला संग्रह को वापस करने की तैयारी कर रही है। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि ये कला संग्रह भारत की अमानत है और इसे भारत में ही होना चाहिए।बता दें कि अमेरिका भारत की प्राचीन और ऐतिहासिक 105 मूर्तियों को वापस भारत को सौंपने की तैयारी कर रहा है। ये मूर्तियां दूसरी से तीसरी सदी से लेकर 18वीं से 19वीं सदी के बीच की हैं। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि हम भारत के कला संग्रह को उसे लौटाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

भारत से कई बार चोरी होकर या फिर अवैध तरीके से कलाकृतियां अमेरिका या दुनिया के अन्य देश पहुंच जाती हैं।बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिका के दौरे पर गए थे तो भारत और अमेरिका के बीच कल्चरल प्रॉपर्टी एग्रीमेंट पर बातचीत हुई थी। जिससे ऐतिहासिक कलाकृतियों की अवैध कालाबाजारी पर रोक लगेगी। साथ ही दोनों देश इसे लेकर बातचीत कर रहे हैं और ऐसे प्रावधान किए जा रहे हैं कि भविष्य में भी अवैध रूप से अमेरिका पहुंची भारत की ऐतिहासिक कलाकृतियों को वापस लौटाया जाता रहेगा।

एरिक गार्सेटी ने बताया कि अमेरिका के एरिजोना में भगवान बुद्ध की सुंदर प्रतिमा मौजूद है, जिसे जल्द ही भारत को लौटाया जाएगा। साथ ही वैदिक काल के हिंदू मंदिरों की भी कई कलाकृतिया वापस लौटाई जाएंगी। न्यूयॉर्क के मशहूर मेट्रोपोलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में एक इवेंट का आयोजन किया गया, जिसमें भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी और अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू शामिल हुए। इसी दौरान एरिक गार्सेटी ने ये बातें कही। इस आयोजन के दौरान बौद्ध इतिहास से जुड़ी कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं।