मुंबई । महाराष्ट्र की राजनीति के लिए गुरुवार का दिन काफी अहम था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में महाराष्ट्र की मौजूदा शिंदे सरकार पर अपनी मुहर लगा दी तब राज्यपाल और स्पीकर की भूमिका पर सवाल उठाया है। अदालत के फैसले के बाद उद्धव और शिंदे गुट के नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। वही, अब एनसीपी नेता अजित पवार ने भी शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस पर तंज कसा है। अजित ने शिंदे पर तंज कसते हुए कहा, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से नैतिक आधार पर इस्तीफा मांगने की जरूरत नहीं है। हम जानते हैं कि वह सपने में भी इस्तीफा नहीं देने वाले हैं। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और मौजूदा लोगों में बहुत बड़ा अंतर है।
अजित ने कहा कि हमारे स्पीकर ने तब सीएम उद्धव ठाकरे से पूछे बिना इस्तीफा दे दिया था, ऐसा नहीं होना चाहिए था। अगर वह इस्तीफा दे देते, तब हम तुरंत नया अध्यक्ष चुन सकते थे। अगर हमारा स्पीकर होता तब वह 16 विधायक तब अयोग्य हो जाते। उन्होंने ये कहा कि जुलाई में विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है। हमें देखनने हैं कि हम इसमें क्या कर सकते हैं। उधर, शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिंदे और सरकार में सहयोगी भाजपा को नए चुनाव का सामना करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि जनता को अंतिम निर्णय लेने दें। जैसा मैंने सीएम पद से इस्तीफा दिया था, ठीक उसी तरह शिंदे को भी नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।