छत्तीसगढ़ राज्य सरकार और टाटा टेक्नोलॉजीज के बीच शनिवार को 1,188.36 करोड़ रुपये का समझौता हुआ है। इसके तहत 36 सरकारी आईटीआई को उद्योग 4.0 टेक्नोलॉजी हब में बदला जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में राज्य के तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग और टाटा टेक्नोलॉजीज के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।

युवाओं को मिलेंगे प्लेसमेंट के अवसर

अधिकारियों ने कहा कि टाटा टेक्नोलॉजीज का छत्तीसगढ़ सरकार के साथ समझौता ज्ञापन 36 आईटीआई में छह नए ट्रेड और 23 नए अल्पकालिक पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा, जिसमें अत्याधुनिक तकनीकी कार्यशालाएं और प्रशिक्षक व्यवस्थाएं होंगी। टाटा टेक्नोलॉजीज और उससे जुड़ी कंपनियां छत्तीसगढ़ के कुशल युवाओं को प्लेसमेंट के अवसर भी प्रदान करेंगी।

छत्तीसगढ़ में लोगों की आय में हुई वृद्धि

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईटीआई को उद्योग 4.0 टेक्नोलॉजी हब में बदलने की घोषणा की है, जिससे राज्य के युवाओं को अपने तकनीकी कौशल विकसित करने के अवसर मिलेंगे। अधिकारियों ने कहा कि रोजगार के अधिक अवसर पैदा करने के लिए नवाचार पर राज्य सरकार के प्रयास को लेकर किसानों, मजदूरों और आदिवासियों की आय में वृद्धि हुई है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में राज्य सरकार ने विभिन्न कल्याण-उन्मुख योजनाओं के माध्यम से राज्य के लोगों को लगभग 1,60,000 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिला है और उद्योग क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसके साथ ही सीएम बघेल ने गांवों को उत्पादन केंद्र और शहरों को बिजनेस हब में बदलने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की होगी स्थापना       

मुख्यमंत्री बघेल ने टाटा टेक्नोलॉजीज के अधिकारियों को राज्य में 300 ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना के बारे बताया, जिसका उद्देश्य गांवों में छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना है। ये पार्क व्यवसायिक स्टार्टअप की सुविधा के लिए जमीन, बिजली, पानी, शेड, प्रशिक्षण, वाई-फाई और बैंकिंग लिंकेज जैसी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करते हैं।