नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के संबंधों को लेकर खूब चर्चा होती है। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया है कि पीएम मोदी और फडणवीस के साथ उनके कैसे संबंध हैं। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री की रेस में शामिल होने की अटकलों पर भी विराम लगा दिया है।
एक इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने फडणवीस के साथ मतभेदों की अटकलों को खारिज कर कहा कि वह फडणवीस के गुरु थे। साथ ही गडकरी ने बताया कि वह राजनीति में करियर बनाने के लिए नहीं आए हैं। वे जमीनी स्तर के कार्यकर्ता और आरएसएस स्वयंसेवक बना रहना पसंद करते हैं।
पीएम मोदी के बारे में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने काफी अच्छा काम किया था। 2014 में उन्हें पीएम कैंडिडेट घोषित करने के कारण बीजेपी को 2014 का चुनाव जीतने में मदद मिली थी। 2019 में भी पीएम मोदी के नेतृत्व में अपना शानदार प्रदर्शन दोहराया। आज दस साल बाद हम यह कह पाने की स्थिति में हैं कि भाजपा ने एक दशक में जो हासिल किया, कांग्रेस पिछले 60-65 वर्षों में भी नहीं कर सकी। देश की जनता ने मोदी सरकार पर भरोसा जताया है। फिर रिकॉर्ड अंतर से हमें सरकार बनने जा रहे हैं। गडकरी ने कहा कि हम निश्चित तौर पर 400 का आंकड़ा पार करने वाले है। 
भाजपा संसदीय बोर्ड से हटाने के सवाल पर गडकरी ने कहा कि मेरा मानना है कि राजनीति सामाजिक-आर्थिक सुधारों का एक साधन है। इसलिए मेरा पदों को लेकर कोई आकर्षण नहीं है। पीएम मोदी के साथ मेरे रिश्ते बहुत मधुर हैं।
प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी पर गडकरी ने कहा कि मैं कभी भी प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं था। आज मैं जो कुछ भी हूं, उससे संतुष्ट हूं। मैं दृढ़ विश्वास के साथ एक प्रतिबद्ध भाजपा कार्यकर्ता हूं। मैं हिसाब-किताब लगाते रहने वाला नेता नहीं हूं। मैं सबका साथ सबका विकास में विश्वास करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार सराहनीय काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि हम मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार केंद्र में फिर से सरकार बनाएंगे।