शासकीय दस्तावेजों में हेराफेरी के मामले में 17 लोगों पर प्रकरण दर्ज
हरदा / शासकीय दस्तावेजों में हेराफेरी करने तथा कूट रचित दस्तावेज तैयार करने की शिकायतों की जांच के बाद गत दिनों 6 पटवारियों श्रीमती दीपिका मर्सकोले, कपिल प्रधान, दीपक राजपूत, जयंत जगैत, आशीष मालवीय व हरिराम कुमरे को निलंबित करने के आदेश जारी किए गये थे। एक अन्य पटवारी प्रदीप परस्ते जिला अनूपपुर में पदस्थ है। अतः उनके विरूद्ध कार्यवाही के लिये कलेक्टर अनूपपुर को लिखा गया है। इन सभी 6 पटवारियों कपिल प्रधान, दीपक राजपूत, जयंत जगैत, आशीष मालवीय, हरिराम कुमरे व प्रदीप परस्ते के विरूद्ध पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शासकीय राजस्व दस्तावेजों में हेराफेरी में जिन 11 किसानों के नाम भूमि अवैध तरीके से ट्रांसफर की गई है। उन सभी 11 किसानों राजेश बिश्नोई, लोकेश बिश्नोई, विद्याबाई पति शांतिलाल बिश्नोई, बृजमोहन बिश्नोई, राधिका बिश्नोई, अकलेश बिश्नोई, लीला बाई बिश्नोई, लक्की बिश्नोई, विद्या पति रविन्द्र बिश्नोई, भगतराम बिश्नोई के विरूद्ध भी सिविल लाइन हरदा थाने में हंडिया तहसीलदार श्री महेन्द्र चौहान द्वारा एफ.आई.आर. दर्ज कराई गई है।
उल्लेखनीय है कि जामली दमामी ग्राम की नामांतरण पंजी में पटवारी व तहसीलदार के जाली हस्ताक्षर कर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर आदिवासियों की भूमि को गैर आदिवासियों के नाम से अंतरित करने की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए कलेक्टर श्री ऋषि गर्ग ने चार सदस्यीय जांच दल गठित किया, जिसमें अपर कलेक्टर श्री प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम श्री महेश बमन्हा, तहसीलदार हंडिया तथा अपर कलेक्टर के रीडर को शामिल किया गया। जांच दल से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर 6 पटवारी निलंबित किये गये तथा 6 पटवारियों सहित 17 लोगों के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कराई जा चुकी है। सभी 6 पटवारियों के विरूद्ध विभागीय जांच भी कायम की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में कुल 36.259 हेक्टेयर भूमि के राजस्व अभिलेख में हेराफेरी की गई है।