महंगाई चरम पर पहुंची, ब्रिटेन में खुद की प्रॉपर्टी लेना हुआ सपना
लंदन । ब्रिटेन में इन दिनों प्रापर्टी खरीदना एक सपना हो गया है, यहां महंगाई चरम पर पहुंच गई है। इसलिए युवाओं ने घर किराए पर लेने या खरीदने की बजाए अपने माता-पिता के साथ रहना शुरू कर दिया है। महंगाई बढ़ने के कारण यहां के लोगों का खुद की प्रॉपर्टी लेना एक सपना हो गया है। किराए से हो या खुद का घर, प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। महंगाई का आलम ये है कि लंदन शहर में एक कमरे का किराया 900 पाउंड के ऊपर जा चुका है। जानकारी के अनुसार ब्रिटेन में रेंटल प्रॉपर्टी के रेट्स में कोरोना के बाद 17 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। ये जानकारी रियल एस्टेट वेबसाइट के आधिकारिक आंकड़ों में सामने आई है। देश में प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों ने सभी उम्र के लागों के लिए घर खरीदना मुश्किल कर दिया है। हालांकि पिछले कुछ महीनों में भले ही प्रॉपर्टी की कीमतें घटी हैं लेकिन कोरोना के बाद इसमें काफी इजाफा हुआ है। बता दें कि ब्रिटेन में 30 से 34 साल के दस में से एक युवा ऐसा है जो खुद का घर रेंट पर लेना अफ्फोर्ड नहीं कर पा रहा है जिसके चलते वो अपने पेरेंट्स के साथ रह रहे है। इंग्लैंड और वेल्स के 20 से 24 साल के 51 प्रतिशत युवा अपने माता-पिता के साथ रहना चुन रहे हैं। ये 2011 में इकट्ठे किए गए आंकड़ों से 7 अंक ज्यादा है। इस ऐज ग्रुप में भी पिछले दस साल के मुकाबले 8.6 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
एक बात और है कि ब्रिटेन में 40 साल से नीचे की उम्र के 14.4 प्रतिशत लोगों के पास अपना घर नहीं हैं। इनमें से 14.1 प्रतिशत घर खरीदने की योजना बना रहे हैं। विशेषज्ञ डैनियल कोपले का कहना है कि घर खरीदने के लिए पिछली पीढ़ियों के मुकाबले आज के युवा लोगों को ज्यादा बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि प्रति वर्ष 60 लाख से अधिक कमाने वाले अमीर लोग भी प्रॉपर्टी खरीदने के लिए पीछे हट रहे हैं। इनमें सिर्फ 5 में से एक का कहना है कि घर खरीदने के लिए जब सक्षम होंगे तभी लेंगे।